कचरा प्रबंधन पर जागरूकता कार्यशाला

सेक्टर 54 स्थित सन सिटी में लायनेस क्लब संपूर्णा ने सिटिजन फॉर क्लीन एयर के सदस्यों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में सोसायटी के लोगों को जीरो वेस्ट लाइफ स्टाइल थ्री बी का फंडा और वेस्ट सेग्रिगेशन के फायदे बताए गए। वर्कशॉप में इस पर चर्चा की गई कि अगर हम बाहर जाते हैं तो थ्री बी यानी बॉटल बैग और बॉक्स लेकर चले तो डिस्पोजबल चीजों के प्रयोग से बच सकते हैं। पॉलिथीन स्टायरोफोम पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है। अगर कोई तरल चीज लेनी हो तो उसे हम बोतल में ले सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 06:04 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 06:04 PM (IST)
कचरा प्रबंधन पर जागरूकता कार्यशाला
कचरा प्रबंधन पर जागरूकता कार्यशाला

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सेक्टर 54 स्थित सन सिटी में लायनेस क्लब संपूर्णा ने सिटिजन फॉर क्लीन एयर के सदस्यों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में सोसायटी के लोगों को जीरो वेस्ट लाइफ स्टाइल, थ्री बी का फंडा और वेस्ट सेग्रीगेशन के फायदे बताए गए। वर्कशॉप में इस पर चर्चा की गई कि अगर हम बाहर जाते हैं तो थ्री बी यानी बॉटल, बैग और बॉक्स लेकर चलें तो डिस्पोजेबल चीजों के प्रयोग से बच सकते हैं। पॉलिथीन, स्टायरोफोम पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है। अगर कोई तरल चीज लेनी हो तो उसे हम बोतल में ले सकते हैं। कपड़े या जूट के बैग में सामान खरीदकर हम पॉलीथिन या बिस्कोस के थैले से बच सकते हैं। साथ में स्टील बॉक्स हो तो किसी भी खाने की जगह में डिस्पोजेबल की जगह उनसे उसमें सामान ले सकते हैं। कार्यशाला में कविता बंसल, नीना गुप्ता और पद्मा नांदयाल ने हरित कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया महिलाओं को बताई। किचन वेस्ट को किस तरह खाद में बदला जा सकता है, यह बताया गया। लोगों को कचरा अलग-अलग रखने और कचरा कम करने के उपाय बताए गए।

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