आयुष्मान योजना के लाभ में अड़ंगा बन रही वेबसाइट

छावनी का नागरिक अस्पताल। समय 12 बजकर 20 मिनट। अस्पताल के आईपीडी ब्लॉक में दूसरी मंजिल पर आयुषमान कार्ड बनवाने के लिए अस्पताल में दाखिल मरीजों के तीमारदार पहुंच रहे थे। आयुषमान योजना का कार्ड बनवाने के लिए लोग चक्कर काट रहे हैं। विभाग की वेबसाइट में तकनीकी खराबी आने के कारण तीन दिन से कार्ड बनाने में दिक्कत आ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Jul 2019 07:34 AM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 07:34 AM (IST)
आयुष्मान योजना के लाभ में अड़ंगा बन रही वेबसाइट
आयुष्मान योजना के लाभ में अड़ंगा बन रही वेबसाइट

जागरण संवाददाता, अंबाला: छावनी का नागरिक अस्पताल। समय 12 बजकर 20 मिनट। अस्पताल के आईपीडी ब्लॉक में दूसरी मंजिल पर आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अस्पताल में दाखिल मरीजों के तीमारदार पहुंच रहे थे। आयुष्मान योजना का कार्ड बनवाने के लिए लोग चक्कर काट रहे हैं। विभाग की वेबसाइट में तकनीकी खराबी आने के कारण तीन दिन से कार्ड बनाने में दिक्कत आ रही है। जैसे ही कार्ड धारक का डाटा सिस्टम पर अपडेट किया जाता तो गलती न होने के बावजूद भी रिजेक्ट का ऑप्शन आ रहा है। परिवार संग आयुषमान कार्ड बनवाने के लिए आने वालों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। दैनिक जागरण की पड़ताल की तो पता चला कि केवल लोग ही नहीं हार्ट सेंटर में दाखिल कई मरीज तो ऐसे है जिन्हें या तो उपचार मिल चुका है या फिर अभी मिलना है, लेकिन कार्ड न बन पाने के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिस कमरे में रोजाना करीब आयुषमान योजना के 60 से 70 कार्ड तैयार किए जाते हैं, सोमवार को सिर्फ एक कार्ड ही बन पाया।

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फोटो- 14

दो दिन से कार्ड के लिए लगा रहा चक्कर

गाजीपुर निवासी रजत ने बताया कि पिता मामचंद को शनिवार रात को हार्ट अटैक आया था। उपचार के लिए हार्ट सेंटर में दाखिल करवा दिया। स्टंट डालने में काफी खर्च आ रहा है और पिता मजदूरी करते हैं। ऐसे में खर्च उठाना बेहद मुश्किल है। आयुष्यमान कार्ड बनवाने के लिए आ रहे हैं तो दो दिन से वेबसाइट में तकनीकी खराबी आ रही है।

------ मरीजों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए

यमुनानगर निवासी मनोज कुमार ने बताया कि उनके जीजा राकेश कुमार के स्टंट डल चुके हैं। तीन दिन से कार्ड बनवाने के लिए आते हैं तो वेबसाइट में उनका डाटा ही नहीं अपलोड हो रहा। ऊपर से पेमेंट भी अदा करनी है। कम से कम अस्पताल में दाखिल मरीजों के लिए तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए।

---------------- कार्ड ही नहीं निकल रहा

साहा निवासी रमेश कुमार ने बताया कि उनके परिवार के सभी लोगों का चार दिन पहले कार्ड तैयार हो चुका है। किसी कारणवंश वह अपना कार्ड नहीं निकलवा पाया था। दो दिन हो गए है रोजाना साहा के चक्कर काट रहा हूं। बावजूद वेबसाइट में ही तकनीकी खराबी आने के कारण वापिस लौटा दिया जाता है।

------------- आधे घंटे से कर रहा हूं इंतजार

हल्दरी निवासी विक्रम ने बताया कि किराया खर्च कर वह अस्पताल पहुंचा तो वेबसाइट पर डाटा ही अपलोड नहीं हो रहा था। आधे घंटे से कमरे में खड़े होकर इंतजार कर रहा हूं। सुबह से काफी लोग परिवार संग वापिस लौट गए। अस्पताल के गेट पर ही नोटिस चस्पा करना चाहिए ताकि उन्हें आईपीडी ब्लॉक के चक्कर न काटने पड़े।

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