Shekhar Kapur बोले ‘भारत में मैं शरणार्थी की तरह, बुद्धिजीवी सांप की तरह’ Javed Akhtar ने ऐसे किया रिएक्ट

Shekhar Kapur और Javed Akhtar दो अलग-अलग विचारधाराओं का समर्थन करते हैंl

By Rupesh KumarEdited By: Publish:Sun, 28 Jul 2019 07:19 PM (IST) Updated:Mon, 29 Jul 2019 06:51 AM (IST)
Shekhar Kapur बोले ‘भारत में मैं शरणार्थी की तरह, बुद्धिजीवी सांप की तरह’ Javed Akhtar ने ऐसे किया रिएक्ट
Shekhar Kapur बोले ‘भारत में मैं शरणार्थी की तरह, बुद्धिजीवी सांप की तरह’ Javed Akhtar ने ऐसे किया रिएक्ट

नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म निर्देशक शेखर कपूर (Shekhar Kapur) और जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के बीच सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई हैंl फिल्म निर्देशक शेखर कपूर ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द व्यक्त करते हुए लिखा कि वह आज भी भारत में बुद्धिजीवियों के कारण शरणार्थी के तौर पर जीवन जी रहे हैंl

इसके अलावा उन्होंने बुद्धिजीवियों को सांप कहा हैंl इसके बाद जावेद अख्तर ने सोशल मीडिया पर ही उनके इस ट्वीट पर आपत्ति जताते हुए उन्हें मनोचिकित्सक को दिखाने की बात कही हैंl

Started life as refugee of Partition. Parents gave everything to make a life for kids. Was always in fear of ‘intellectuals’. They made me feel insignicant. Small. Then suddenly embraced me after my films. I still fear them. Their embrace is like a bite of snake. Still a refugee.

— Shekhar Kapur (@shekharkapur) July 27, 2019

फिल्म निर्देशक शेखर कपूर ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द व्यक्त करते हुए लिखा, ‘भारत के विभाजन के समय जीवन एक शरणार्थी के तौर पर शुरू हुआl माता-पिता ने मेरा जीवन बनाने के लिए सब कुछ अर्पण कर दियाl मैं ‘बुद्धिजीवी वर्ग’ से सदा डरता रहाl बुद्धिजीवी वर्ग ने मुझे सदा अधूरा और छोटा महसूस करवाया और जब मेरी फिल्म चल पड़ी तो वहीं लोग मेरी सराहना करने लगेl मैं आज भी बुद्धिजीवी वर्ग से डरता हूंl बुद्धिजीवी वर्ग की सराहना सांप के दंश के समान होती है और मैं आज भी एक शरणार्थी हूंl’

You introduce yourself as neither prejudiced by the past nor afraid of the future living in this moment and in the same breath you say you are a refugee of partition and still a refugee . One doesn’t need a magnifying glass to see the contradiction .— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) July 28, 2019

इस पर जावेद अख्तर ने रिएक्ट करते हुए कहा, ‘आप अपने आप को ही कांट्राडिक्ट कर रहे हैंl वह कौन से बुद्धिजीवी हैं जिन्होंने आपकी सराहना की जिनकी सराहना में आपको सांप के दंश के समान लगती है? श्याम बेनेगल? अदूर गोपालकृष्णन? रामचंद्र गुहा? वाकई शेखर साहब आपकी तबियत ठीक नहीं हैl आपको सहायता की जरूरत हैl एक अच्छे मनोचिकित्सक से मिलने में कोई बुराई नहीं हैl’

.who are these intellectuals who embraced you and you found that embrace like a snake’s bite ? Shyam Benegal , Adoor Gopal Krishna , Ram chandra Guha ? Really ? . Shekhar saheb you are not well . You need help . Come on , there is no shame in meeting a good psychiatrist .

— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) July 28, 2019

जावेद अख्तर ने आगे लिखा है, ‘शरणार्थी का क्या मतलब है? क्या आप आज भी भारत में एक बाहरी के तौर पर रह रहे हैं? क्या आपको यह अपनी धरती नहीं लगती? अगर आप भारत में अभी शरणार्थी है तो आपको कहां पर रहना है पाकिस्तान में? यह मेलोड्रामा बंद करिए आप गरीब अमीर है लेकिन अकेले व्यक्ति हैंl’

What do you mean by still a refugee Does it mean that you feel like an outsider n not an Indian n you don’t feel that this is your motherland .If in India you are still a refugee where will you not feel like a refugee ,In Pakistan? Cut this melodrama you poor rich but lonely guy— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) July 28, 2019

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गौरतलब है कि शेखर कपूर और जावेद अख्तर दो अलग-अलग विचारधाराओं का समर्थन करते हैंl शेखर कपूर अपने मन की बात कह रहे थे और जावेद अख्तर अपने मन कीl

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