Exclusive: ... तो शोले भी होती तब की बाहुबली- रमेश सिप्पी

रमेश सिप्पी- गीता सिनेमाघर के मैनेजर ने कहा, आपकी फिल्म को लेकर प्रॉब्लम यह है कि यह जो आप समोसे और सोडा की दुकानें देख रहे हैं, यहां का सारा माल वेस्ट हो रहा है।

By Manoj KhadilkarEdited By: Publish:Tue, 16 May 2017 04:24 PM (IST) Updated:Tue, 16 May 2017 04:24 PM (IST)
Exclusive: ... तो शोले भी होती तब की बाहुबली- रमेश सिप्पी
Exclusive: ... तो शोले भी होती तब की बाहुबली- रमेश सिप्पी

रुपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। हिंदी सिनेमा की सबसे लोकप्रिय फिल्म शोले अपनी रिलीज़ के तुरंत बाद सिरे से नकार दी गई थी। अगर वो रातो रात हिट हो गई होती तो आज की बाहुबली के जैसी होती।

ऐसा ही कुछ कहना था शोले के डायरेक्टर रमेश सिप्पी का। वो मंगलवार को मुंबई में एक मैग्जीन के कार्यक्रम में शोले से जुड़ी यादों को साझा करने आये थे। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या तब की शोले आज की बाहुबली की तरह ही तूफ़ानी थी, रमेश सिप्पी ने कहा " इसके बारे में बहुत सी कहानियां है। कुछ लोगों ने शोले की रिलीज़ के बाद उसे फ्लॉप करार दिया था। कहा गया फिल्म बैठ गई। कुछ ट्रेड के लोगों का ऐसा मानना था। उन्हें ऐसा लगा कि यह फिल्म नहीं चली। वह पहले से तैयार थे, यह कहने के लिए यह फिल्म कैसे पैसे बना सकती है। यह तो रिलीज़ के पहले ही फ्लॉप है। रमेश सिप्पी कहते हैं कि तब यह लिख दिया गया कि शोले इंडस्ट्री की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्म है। यह भी कहा गया कि तीन करोड़ रुपयों में तो सिर्फ फिल्म बनी और एक- दो करोड़ प्रमोशन में लग जायेंगे। कब पैसा कमाएगी और कैसे कमाएगी?

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रमेश जी कहते हैं "फिल्म रिलीज हुई तो मैं देखने गया था। सभी सिनेमाघरों में सन्नाटा पसरा हुआ था। कोई कुछ बोलता ही नहीं था। फिर दूसरी जगह भी गया तो वहां भी सन्नाटा था। एक गीता सिनेमाघर हुआ करता था, वरली में। वहां के मैनेजर ने कहा आपकी फिल्म को लेकर प्रॉब्लम यह है कि यह जो आप समोसे और सोडा की दुकानें देख रहे हैं, यहां का सारा माल वेस्ट हो रहा है। यहाँ कोई आता ही नहीं। इंटरवल में भी नहीं। तब मैंने सोचा, पिच्चर तो गई हाथ से।" यह कहते हुए रमेश सिप्पी ने सस्पेंस तोडा। कहा - " फिर उसने बताया, सन्नाटा इस वजह से है कि कोई बाहर आना ही नहीं चाहता। फिल्म इतनी अच्छी है। इन लोगों ने आज तक ऐसी फिल्म देखी नहीं।" रमेश जी ने कहा- चार पांच दिन में फिल्म लोगों की जुबान पर चढ़ गई और बाकी सारा तो इतिहास सबके सामने है।

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साल 1975 में आई संजीव कुमार, अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र और अमजद खान स्टारर शोले ने हिंदी सिनेमा के इतिहास में वो जगह बनाई है कि आज दशकों बाद भी ये हर किसी की पसंदीदा फिल्म है।

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