न घर न जमीन... सिर्फ 4 गाय, कौन हैं स्‍कूटर पर हैंड माइक थामे प्रचार कर मंत्री को चुनौती दे रहे निर्दलीय प्रवीण शर्मा

Lok Sabha Election 2024 मंत्री को चुनौती देने चुनावी जंग ताल ठोकने वाले प्रवीण के पास न घर और न जमीन। उनका पूरा परिवार किसी दूसरे की जमीन पर रहता है। जिनकी जमीन पर ये रहते हैंउनकी ही जमीन पर खेती भी करते हैं। बदलें में जमीन मालिक को हर साल निर्धारित अनाज देना पड़ता है। इस प्रक्रिया को यहां “कुटियादारी” कहते हैं।

By Jagran NewsEdited By: Deepti Mishra Publish:Mon, 15 Apr 2024 08:21 PM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2024 08:21 PM (IST)
न घर न जमीन... सिर्फ 4 गाय, कौन हैं स्‍कूटर पर हैंड माइक थामे प्रचार कर मंत्री को चुनौती दे रहे निर्दलीय प्रवीण शर्मा
स्‍कूटर पर हैंड माइक से प्रचार करते निर्दलीय प्रत्‍याशी प्रवीण शर्मा की 'कुटियादारी' से चलती है जिंदगी।

 जगन दहाल, गंगटोक। देश में आम चुनाव है तो सिक्किम में विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं। कहते हैं सिक्किम में राजनीति धन, ताकत और दारू से चलती है। जिसके पास यह सब नहीं उसके लिए राजनीति में टिके रहना संभव नहीं है। उसके बाद भी कुछ लोग राजनीति में टिकने की कोशिश में लगे हैं।

एक ओर जहां प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं वहीं कुछ उम्मीदवार कम संसाधन में ही अपनी चुनावी नैया पार कराने की कोशिश में लगे हैं। इसमें वह कहां तक कामयाब होंगे,यह तो चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही पता चलेगा।

सिक्किम में गेजिंग जिले के 02 यांगथांग विधानसभा सीट के अधीन चोंगजोंग गांव निवासी प्रवीण शर्मा इस बार चुनाव लड़ रहे हैं। वह यहां से निर्दलीय उम्मीदवार हैं। उनके पास न तो अपना घर है और न जमीन। जिनसे मुकाबला है वह सभी पुराने खिलाड़ी हैं। उनका मुकाबला राज्य के मंत्री के साथ प्रमुख विपक्षी दल के युवा नेता से है।

बैंक में सिर्फ 16 हजार

प्रवीण शर्मा के पास संपत्ति के नाम चार गाय के अलावा कुछ भी नहीं है। उनकी मां किसान हैं। पिता पारंपरिक तरीके से बीमारी का इलाज करते हैं। उनको यहां के लोग ओझा कहते हैं। उन्होंने नामांकन के समय चुनाव आयोग में जो हलफनामा दिया है, उसके अनुसार उनके बैंक खाते में 16 हजार रुपये हैं। हाथ में नगद करीब दस हजार था। इसमें से कुछ अभी खर्च हो गया है।

प्रवीण का पूरा परिवार किसी दूसरे की जमीन पर रहता है। जिनकी जमीन पर ये रहते हैं,उनकी ही जमीन पर खेती भी करते हैं। बदलें में जमीन मालिक को हर साल निर्धारित अनाज देना पड़ता है। इस प्रक्रिया को यहां “कुटियादारी” कहते हैं।

शर्मा ने बताया कि गाय खरीदने के लिए उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया डेरी फार्मिंग के मद में 3 लाख 22 हजार 743 रुपये का लोन लिया है। धन की कमी के कारण दूसरे उम्मीदवारों के मुकाबले वह स्कूटर और हैंड माइक से अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उनके समर्थन में कुछ युवा प्रचार कर रहे हैं।

इनका कहना है कि यह प्रजातांत्रिक प्रणाली का सुंदर ढांचा है। जहां करोड़पति और अरबपति उम्मीदवार निर्धन के पैर छूकर वोट मांग रहे हैं। वहीं उनके मुकाबले के लिए एक गरीब युवा को चुनाव लड़ने का अवसर मिला है।

केवल धन और शराब के बल पर चुनाव जीतने का सपना धनवान का होता है। देश के लोकतंत्र में एक गरीब व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है और विधानसभा पहुंच सकता है। इन युवाओं ने आरोप लगाया कि यहां से पहले चुनाव जीतने वालों ने कुछ नहीं किया।

कोई 10 साल तो कोई 20 साल विधायक रहा, लेकिन विकास का काम नहीं हुआ। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में गरीबों के लिए कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि जो लोग पैसे और ताकत के बल पर चुनाव जीतना चाहते हैं,उनको सफलता नहीं मिलेगी। इस क्षेत्र के वोटर काम के आदमी को ही वोट देंगे।

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14038 मतदाता करेंगे भाग्य तय

यांगथांग विधानसभा क्षेत्र में कुल 14038 मतदाता हैं, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 6916 और महिला मतदाताओं की संख्या 7123 है। यहां से सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) से निवर्तमान मंत्री भीम हांग सुब्बा, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट से युवा नेता केसम लिम्बू हौर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संचमान लिम्बू मैदान में हैं। इनको प्रवीण शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में टक्कर देंगे। 2019 के आम चुनाव में भीम हांग सुब्बा ने केवल 47 वोट से जीत हासिल की थी।

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यह हैं मुख्य चुनावी मुद्दे

यहां के प्रमुख चुनावी मुद्दों में संचमान लिम्बू सरकारी डिग्री कॉलेज की स्थिति सुधारने और शिक्षा-व्यवस्था को सुदृढ़ करना शामल है। इसके अलावा ग्रामीण सड़कों की स्थिति में सुधार की मांग भी यहां काफी दिनों से की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा और पेयजल की समस्या दूर करना आदि की मांग भी यहां के प्रमुख चुनावी मुद्दे हैं।

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