LokSabha Election 2019: चुनाव ड्यूटीः खराब स्वास्थ्य का बहाना बनाया तो चुगली करेगी मेडिकल जांच
चिकित्सकों के दल ने 44 मतदानकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की। साथ ही स्वास्थ्य की खराबी से संबंधित चिकित्सकों की रिपोर्ट का भी अध्ययन किया।
v style="text-align: justify;">गिरिडीह, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए जाने से पूर्व स्वास्थ्य खराब रहने का हवाला देकर चुनाव कार्य से विमुक्त करने को ले जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त को आवेदन देने वाले मतदानकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। सिविल सर्जन के आदेश पर गठित चार सदस्यीय चिकित्सीय दल ने सोमवार को सदर अस्पताल में कर्मियों की जांच की।
जांच टीम में डॉ. सुनील कुमार सिंह, डॉ. बीएन झा, डॉ. सोहैल अख्तर व डॉ. शाइनी कुमारी खेस्स शामिल थे। चिकित्सकों के दल ने 44 मतदानकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की। साथ ही स्वास्थ्य की खराबी से संबंधित चिकित्सकों की रिपोर्ट का भी अध्ययन किया। रिपोर्ट के अध्ययन व स्वास्थ्य जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने 6 मतदानकर्मियों को फिट घोषित किया, जबकि 38 मतदानकर्मियों को अनफिट करार दिया।
गौरतलब है कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने लोकसभा चुनाव के लिए पदाधिकारियों व कर्मियों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने के पूर्व गंभीर बीमारी व शारीरिक अक्षमता की जांच कराने को लेकर चिकित्सीय दल गठित करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया था। इसी निर्देश के आलोक में यह स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। आवेदन देने वाले शेष बचे हुए अस्वस्थ मतदानकर्मियों की जांच सदर अस्पताल में 28 मार्च को भी की जाएगी। जांच के पश्चात चिकित्सकों की टीम अपनी रिपोर्ट सिविल सर्जन के माध्यम से उपायुक्त को सौंपेंगी।