Lok Sabha Election 2019: अब तक कोरा रहा हजारीबाग में मार्केट बनाने का वादा

Lok Sabha Election 2019. हजारीबाग में डेल मार्केट बनाने का वादा वर्षों पुराना है लेकिन इसे धरातल पर उतारने की जहमत किसी सांसद ने नहीं उठाई।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 10:20 AM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 10:20 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: अब तक कोरा रहा हजारीबाग में मार्केट बनाने का वादा
Lok Sabha Election 2019: अब तक कोरा रहा हजारीबाग में मार्केट बनाने का वादा

हजारीबाग, [रमण कुमार] । Lok Sabha Election 2019 - इस बार के लोकसभा चुनाव में डेली मार्केट का मुद्दा गरमा सकता है। जैसा कि हम जानते हैं किसी भी शहर की पहचान उसकी सडकें, भवने, पार्क व बाजार से हुआ करती है। हमारे शहर हजारीबाग की पहचान में से एक यहां का डेली मार्केट है। करीब एक शताब्दी पूर्व मात्र एक छोटे से हाट से बढते हुए लोगों ने भले ही इसे मार्केट कहना प्रारंभ कर दिया हो,  लेकिन डेली  मार्केट अब भी एक कस्बाई बाजार ही दिखता है।

कारण है इसके प्रति जनप्रतिनिधियों की उदासीनता। भले ही डेली मार्केट के सुधार की बातें सब कोई करता है, लेकिन इसे धरातल पर उतारने की जहमत कोई नहीं लेना चाहता है। शायद इसलिए डेली मार्केट के विकास व भवन निर्माण की बात अब तक वादा ही बनकर रह गया है। इस बार के लोकसभा चुनाव में डेली मार्केट पार्टी के उम्‍मीदवारों के लिए वादा और हकीकत जानने का पैमाना बन सकता है।

जानकार बताते हैं कि करीब एक शताब्दी पूर्व  नगरपालिका के खाली पडे जमीन पर हाट में व्यापार करते हुए कई पीढियां गुजर गई। लेकिन डेली मार्केट के रूप में कोई खास बदलाव नहीं आने के कारण यहां के व्यापारी काफी दु:खी रहते हैं। जब भी चुनाव आता है, जनप्रतिनिधि वोट मांगने के लिए डेली मार्केट का चक्कर काटते नजर आते हैं।

व्यापारियों से मार्केट के विकास व इसके लिए बहुमंजिली इमारत के निर्माण का वादा भी करते हैं। लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद न तो जनप्रतिनिधि को डेली मार्केट की याद रहती है,  न ही उसका विकास करने का वादा। यह हाल तब है , जब इस डेली मार्केट  के माध्यम से प्रतिदिन कई लाख का व्यापार होता है। साथ ही मोसूल के रूप में नगर निगम को भी एक मोटी राशि मिलती है। फिर भी डेली मार्केट अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है।

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