नए साल में मिलेगा आगरा कैनाल पर पुल का तोहफा, शाहीन बाग में प्रदर्शन से रुका था काम

पुल के बन जाने से बदरपुर मीठापुर मदनपुर खादर जैतपुर सौरभ विहार मोलड़बंद आदि इलाकों के लाखों लोगों को सुविधा हो जाएगी। इससे फरीदाबाद के भी लोगों कोे लाभ होगा। आवाजाही आसान होगी साथ ही जाम से भी छुटकारा मिलेगा।

By JP YadavEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 02:24 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 02:24 PM (IST)
नए साल में मिलेगा आगरा कैनाल पर पुल का तोहफा, शाहीन बाग में प्रदर्शन से रुका था काम
आगरा कैनाल पर बन रहे नए पुल की सांकेतिक फोटो।

नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। आगरा कैनाल पर बन रहे नए पुल का करीब एक साल से रुका निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है। दो लेन का यह पुल आली गांव में बने पुराने लोहिया पुल के बगल में बनाया जा रहा है। प्रोजेक्ट से जुड़े उत्तर प्रदेश सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर ने बताया कि नए साल तक यह पुल बनकर तैयार हो जाएगा और लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। यहां पर बना लोहिया पुल करीब 100 साल पुराना है और पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इससे आने-जाने में जान का खतरा भी है। अधिकारियों के मना करने के बावजूद लोग इससे आते-जाते हैं। इस नए पुल के बन जाने के बाद पुराने लोहिया पुल को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। इस पुल के बन जाने से बदरपुर, मीठापुर, मदनपुर खादर, जैतपुर, सौरभ विहार, मोलड़बंद आदि इलाकों के लाखों लोगों को सुविधा हो जाएगी।

कई बार बंद हो चुका है काम

वर्ष- 2019 में इस पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था लेकिन पिलर के लिए ड्रि¨लग के दौरान जमीन के अंदर बड़ा पत्थर आ गया जिस कारण सितंबर- 2019 में काम रोकना पड़ा था। सीआरआरआइ के वैज्ञानिकों से परामर्श के बाद इसके डिजाइन में थोड़ा बदलाव के बाद काम दोबारा शुरू किया गया था लेकिन उसके बाद सीएए-एनआरसी के विरोध में शाहीन बाग में धरना शुरू हो गया। इस कारण आगरा कैनाल वाला मार्ग पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। इसलिए यहां निर्माण सामग्री नहीं पहुंच पा रही थी। वहीं, विभाग के इंजीनियर व कामगार भी नहीं पहुंच पा रहे थे। मार्च में शाहीन बाग धरने के समाप्त होने से पहले ही कोविड-19 लॉकडाउन लग गया जिस कारण फिर से काम शुरू नहीं हो पाया। अनलॉक के तहत जब निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटी तो दोबारा इसका काम शुरू किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अब दो-तीन माह में काम पूरा हो जाएगा और नए साल पर लोगों को पुल का तोहफा मिल जाएगा।

मीठापुर चौक व मदनपुर खादर में भी जल्द बनेंगे पुल

आगरा कैनाल पर फरीदाबाद में बना करीब 100 साल पुराना पुल सोमवार को गिर गया था। इस कैनाल पर मीठापुर चौक व मदनपुर खादर में भी 100 साल पुराने दो पुल हैं। दोनों की हालत इतनी जर्जर है कि इन्हें खतरनाक घोषित कर बंद करने का फैसला कर लिया गया था लेकिन लोग नहीं माने और इस पर से होकर आते-जाते हैं। चार-पांच माह में इन दोनों पुलों का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। इनके निर्माण पर करीब 54 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। यूपी सरकार ने दिल्ली सरकार से इन्हें बनवाने के लिए यह राशि मांगी थी लेकिन दिल्ली सरकार ने अभी रुपये नहीं दिए हैं।

आली गांव वाले पुल का निर्माण कार्य करीब साल भर से ठप था। क्षेत्र के लोगों की समस्या को देखते हुए हमने उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह से आग्रह करके इसका काम दोबारा शुरू करवाया है। मीठापुर चौक और मदनपुर खादर वाले पुल के लिए दिल्ली सरकार ने पैसे देने से मना कर दिया है।

रामवीर सिंह बिधूड़ी (नेता प्रतिपक्ष, दिल्ली विधानसभा) का कहना है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से इन पुलों को बनवाने का अनुरोध किया गया था। इस पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने आश्वासन दिया है कि चार-पांच माह में जब यहां छह लेन के हाइवे का निर्माण शुरू होगा तो उसके साथ ही इन दोनों पुलों को भी बनवा दिया जाएगा। 

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