एयरपोर्ट पर शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पैसेंजर ट्रैकिंग सिस्टम का किया जा रहा विस्तार, जानें फायदा

IGI Airport News Update आइजीआइ एयरपोर्ट पर कोरोना काल में भीड़ पर नियंत्रण के लिए तकनीक पैसेंजर ट्रैकिंग सिस्टम (पीटीएस) की शुरूआत की गई थी। यह एक स्थान पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ एकत्र होते ही इसकी जानकारी प्रबंधन को भेजता है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 07:45 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:56 AM (IST)
एयरपोर्ट पर शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पैसेंजर ट्रैकिंग सिस्टम का किया जा रहा विस्तार, जानें फायदा
नियम तोड़ने वाले यात्रियों के लिए तैनात किए गए 200 मार्शल

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। आइजीआइ एयरपोर्ट पर कोरोना काल में संक्रमण मुक्त सुरक्षित हवाई यात्रा के लिए स्थापित की गई तकनीक पैसेंजर ट्रैकिंग सिस्टम (पीटीएस) का विस्तार किया जा रहा है। यात्री शारीरिक दूरी के नियम का उलंघन ना कर सकें इसके लिए वहां अतिरिक्त लगाए जा रहे हैं। वहीं वहां नियम तोड़ने वाले यात्रियों के लिए 200 मार्शल की तैनाती भी की गई है। यह सारी कवायद एयरपोर्ट पर लगातार बढ़े रहे घरेलु हवाई यात्रियों की संख्या और आगामी दिनों में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के शुरू होने की संभावना के तहत की जा रही है।

दरअसल आइजीआइ एयरपोर्ट पर कोरोना काल में भीड़ पर नियंत्रण के लिए तकनीक पैसेंजर ट्रैकिंग सिस्टम (पीटीएस) की शुरूआत की गई थी। यह एक स्थान पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ एकत्र होते ही इसकी जानकारी प्रबंधन को भेजता है। अलर्ट मिलते ही एयरपोर्ट कर्मी मौके पर पहुंच भीड़ को सुव्यवस्थित करते हैं। इस सिस्टम के तहत टर्मिनल-3 के चेकइन हॉल, अराइवल टर्मिनल और सुरक्षा जांच एरिया में विशेष सेंसर लगाए गए हैं। यदि किसी स्थान पर यात्री शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे होते हैं तो भीड़ की छवि कंट्रोल रूम में लगे टीवी स्क्रीन में दिखना शुरू हो जाता है। बाद में भीड़ को कम करने की कोशिश की जाती है।

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के डायल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने बताया कि पीटीएस के तहत एयरपोर्ट पर 516 सेंसर लगाए जा चुके हैं। जबकि प्रवेश द्वार पर 16 सेंसर लगाने की प्रक्रिया जारी है। इस सिस्टम से जहां कारोना काल में भीड को नियंत्रित करने में सफलता मिली। वहीं, अब दोबारा से घरेलु यात्रियों की संख्या में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के शुरू होने पर भी काफी मदद मिलेगी। वाकी-टाकी व विशेष उपकरणों से लैस 200 से अधिक मार्शल शारीरिक दूरी का उलंघन होते ही यात्रियों को व्यवस्थित करेंगे।

सिस्टम में भीड़ की अलग-अलग रंग में बनती है छवि

पीटीएस सिस्टम में डाट के रूप में अलग-अलग छवि दिखती है। यदि एक स्थान पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ होती है तो डाट का रंग नीला हो जाता है जबकि शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने पर हरे रंग में डाट दिखता है। वहीं, नियम का उलंघन होने पर यह सिस्टम अधिकारियों और कर्मियों के पास आटो अलर्ट भेजता है। अलर्ट मिलते एयरपोर्ट अधिकारी और कर्मी भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र की पहचान कर उसे खत्म करने में जुट जाते हैं।

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