Delhi Crime: 23 दिन बाद बच्ची से दुष्कर्म की हुई FIR, आरोपित अब भी फरार
23 दिन बीतने के बाद आजीज आकर 13 जनवरी को स्वजन ने जब थाने पहुंचकर हंगामा किया और सामूहिक आत्महत्या की धमकी दी। तब प्रेम नगर थाना पुलिस ने राम बाबू के खिलाफ दुष्कर्म व पोक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आठ वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म के मामले में आरोपित पर कार्रवाई में पुलिस की गंभीर लापरवाही सामने आई है। पहले तो वारदात के फौरन बाद पुलिस ने एफआइआर नहीं की। 23 दिन गुजरने पर स्वजन ने थाने पर हंगामा किया तब जाकर पुलिस हरकत में आई और मामला दर्ज किया गया। लेकिन, अब मामला दर्ज हुए डेढ़ महीना बीत चुका है और पुलिस आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।
भाजपा किसान मोर्चा का अध्यक्ष बताया जा रहा आरोपित
इतना ही नहीं, पीड़िता के पिता को आरोपित के दिखने पर वीडियो बनाकर भेजने का मशविरा दे रही है। आरोपित राम बाबू भाजपा किसान मोर्चा का अध्यक्ष बताया जा रहा है। पीड़िता के पिता मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले हैं। किराड़ी, सुलेमान नगर में परिवार के साथ रहते हैं। वे प्राइवेट नौकरी करते हैं।
बच्ची को छत ले जाकर किया दुष्कर्म
21 दिसंबर की रात उनकी आठ वर्षीय बेटी दादी के साथ सो रही थी। तभी पड़ोस में रहने वाले राम बाबू चौधरी ने बच्ची को छत पर ले जाकर दुष्कर्म कर दिया। बुजुर्ग महिला जब बाथरूम जाने के लिए जगी तब बिस्तर पर पोती को गायब देखकर वह हैरान रह गई। छत से उसके रोने की आवाज सुनकर जब वह ऊपर गई तो राम बाबू ने उन्हें धमकी देना शुरू कर दिया।
धमकी से डरकर महिला ने पुलिस को काल कर दुष्कर्म की बात छिपा ली और चाकू दिखाकर मार डालने की बात कही। पुलिस आरोपित को पकड़ के तो ले गई, लेकिन उसे थाने से ही छोड़ दिया गया। घटना के अगले दिन बच्ची के पिता ने पहले आनलाइन शिकायत की। सुनवाई न होने पर थाने जाकर लिखित शिकायत की। बाद में स्पीड पोस्ट से भी शिकायत भेजी।
पोक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज
डीसीपी रोहिणी, एसीपी व थानाध्यक्ष से मिलकर उनसे मुकदमा दर्ज कराने के लिए वे गुहार लगाते रहे। पर, कार्रवाई नहीं की गई। 23 दिन बीतने के बाद आजीज आकर 13 जनवरी को स्वजन ने जब थाने पहुंचकर हंगामा किया और सामूहिक आत्महत्या की धमकी दी। तब प्रेम नगर थाना पुलिस ने राम बाबू के खिलाफ दुष्कर्म व पोक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। बच्ची का संजय गांधी में मेडिकल करवा पुलिस ने उसे अवंतिका आश्रम गृह में रखवा दिया।
स्वजन को बताया गया कि जब तक आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक एक सप्ताह उसे वहीं रखा जाएगा। 15 दिनों तक बच्ची को वहीं रखने पर पीड़ित पिता आश्रम जाकर बेटी को घर ले आया। आरोप है कि गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाने पर पुलिस ने पीड़ित के घर में ही ताला जड़ दिया जिससे वह कहीं और रहने को मजबूर है।
जांच अधिकारी महिला सब इंस्पेक्टर मनीषा से भी पीड़िता के पिता ने जब राम बाबू को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई तब बेतुकी बातें बताते हुए उनसे कहा गया कि अगर उसे कहीं भी आरोपित पर नजर पड़े तब वह उसका वीडियो बना उन्हें वाट्सएप कर दे। यही नहीं पीड़ित पिता ने थानाध्यक्ष पर सब इंस्पेक्टर नवीन से उसकी पिटाई कराने का आरोप भी लगाया है।