अमेरिकी संसद कैपिटल हिल के बाहर तिरंगा फहराने वाले शख्स के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत

आरोप है कि विंसन पलथिंगल बुधवार को चल रही हिंसा के दौरान तिरंगे झंडे को फहरा रहे थे। विन्‍सन कोच्चि के चंबाक्‍करा का रहने वाले हैं। इसी के साथ प्रदर्शन के दौरान वह डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थन में नारेबाजी भी कर रहे थे।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 09 Jan 2021 11:16 AM (IST) Updated:Sat, 09 Jan 2021 01:37 PM (IST)
अमेरिकी संसद कैपिटल हिल के बाहर तिरंगा फहराने वाले शख्स के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत
विन्सन डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थन में नारेबाजी भी कर रहे थे।

नई दिल्ली, एएनआइ। अमेरिकी संसद कैपिटल हिल के बाहर बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा की गई हिंसा के दौरान भारत का झंडा तिरंगा फहराने वाले शख्‍स के खिलाफ दिल्ली के कालकाजी पुलिस स्टेशन में शिकायत दी गई है। इसमें कहा गया है कि शख्स ने झंडा फहराकर लोगों की भावनाओं को अपमान किया है। दरअसल, बुधवार को कैपिटल हिल के बाहर रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन के दौरान भारतीय मूल के विन्‍सन पलथिंगल ऊर्फ विंसेंट जेवियर (Vincent Xavier) ने भारतीय तिरंगा फहराया था। आरोप है कि विंसन पलथिंगल बुधवार को चल रही हिंसा के दौरान तिरंगे झंडे को फहरा रहे थे, जो गलत था। इसकी आलोचना भी हुई थी। इसी के साथ प्रदर्शन के दौरान वह डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थन में नारेबाजी भी कर रहे थे। दरअसल, विन्‍सन कोच्चि के चंबाक्‍करा का रहने वाले हैं। 

इतना ही नहीं, विन्‍सन ने प्रदर्शन के दौरान कैपिटल हिल के बाहर तिरंगा फहराने की तस्‍वीर फेसबुक पर पोस्‍ट की थी। कहा जा रहा है कि विवाद होने पर उन्होंने उसे हटा दिया था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक विन्‍सन ने आरोप लगाया है कि 2020 के राष्‍ट्रपति चुनाव के दौरान धोखाधड़ी हुई है। 

विन्सन ने प्रदर्शन के दौरान तिरंगा फहराने को लेकर सफाई में कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान धांधली के खिलाफ प्रदर्शन के लिए वह भी कैपिटल हिल के बाहर गए थे। वहीं, उन्होंने यह भी कहा था कि उनका इस दौरान हुई हिंसा से उसका कोई वास्‍ता नहीं है। 

यहां पर बता दें कि अमेरिकी संसद कैपिटल हिल के बाहर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक द्वारा किए गए उपद्रव के बाद की गई कार्रवाई में 5 लोगों की जान चली गई है।  दरअसल, इस हिंसा में घायल हुए पुलिस अधिकारी ब्रायन सिकनिक की भी मौत हो गई। इन्हें मिलाकर अब तक कुल 5 लोगों की मौत हो चुकी है।

वहीं, कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल जेफ्री रोजेन ने हिंसा की प्रतिक्रिया में कहा है कि एफबीआइ और वाशिंगटन पुलिस विभाग द्वारा उनकी मौत के मामले की जांच की जाएगी। 

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