जीत की हैट्रिक के इरादे से उतरेगा भारत

श्रीलंका मंगलवार को एशिया कप मुकाबले में हर हाल में जीत दर्ज करना चाहेगा, जबकि भारत की निगाह हैट्रिक लगाने पर होगी। टीम इंडिया ने इससे पहले बांग्लादेश और पाकिस्तान को हराया था।

By ShivamEdited By: Publish:Mon, 29 Feb 2016 11:01 PM (IST) Updated:Mon, 29 Feb 2016 11:21 PM (IST)
जीत की हैट्रिक के इरादे से उतरेगा भारत

(सुनील गावस्कर का कॉलम)

श्रीलंका मंगलवार को एशिया कप मुकाबले में हर हाल में जीत दर्ज करना चाहेगा, जबकि भारत की निगाह हैट्रिक लगाने पर होगी। टीम इंडिया ने इससे पहले बांग्लादेश और पाकिस्तान को हराया था।

बांग्लादेश के खिलाफ बल्लेबाजी ने श्रीलंका को नीचा दिखाया। लसिथ मलिंगा के चोटिल होने के बाद उनकी गेंदबाजी भी साधारण दिख रही थी। बांग्लादेशी बल्लेबाजों ने इसका पूरा फायदा उठाया। अब अगर श्रीलंका को भारतीय बल्लेबाजों को रोकना है, तो उन्हें ज्यादा अच्छी गेंदबाजी करनी होगी।

फिट होने के बाद शिखर धवन टीम में वापसी कर सकते हैं। पिछले मैच में रन नहीं बना पाने के बाद रोहित शर्मा भी भरपाई करने के मूड में होंगे। ये ओपनर शुरुआत से ही हमला बोलेंगे। श्रीलंका के लिए अच्छी बात है कि उन्हें यह याद होगा कि उनके युवा खिलाडि़यों ने हाल ही में भारत को हराया था। युवा गेंदबाजों ने पुणे की घास भरी पिच का पूरा फायदा उठाया था। ढाका में भी पिच पर घास होगी। अगर मलिंगा फिट होते हैं, तो भारत को सावधान रहना होगा, क्योंकि पिछले मैच में मुहम्मद आमिर और समी के स्पैल के बाद सिर्फ विराट कोहली व युवराज सिंह ने ही इंतजार करना बेहतर समझा था। श्रीलंका के खिलाफ भी यही रणनीति अपनानी होगी। मैं पहले भी कह चुका हूं कि मलिंगा अब उतने शक्तिशाली नहीं रहे हैं। चोट की वजह से परेशान हैं। उम्र बढ़ने के साथ चोट से उबरना मुश्किल हो जाता है। यह मैच करो या मरो का है, इसलिए मलिंगा कप्तान होने के नाते मैच में खेलना चाहेंगे।

पाकिस्तान पर जीत के बाद भारत का मनोबल काफी ऊंचा होगा। हालांकि मैच काफी करीबी दिख रहा था, लेकिन कोहली व युवराज के टिकने के बाद चीजें आसान हो गईं। भारत ने चार ओवर शेष रहते ही मैच जीत लिया। 20 ओवरों के मैच में यह अंतर काफी बड़ा होता है। यह साफ है कि धौनी पांड्या को नंबर छह के बल्लेबाज के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं। पांड्या काफी विश्वास से भरे दिख रहे हैं, लेकिन युवा व अनुभवहीन यह युवा कभी-कभी थोड़े ज्यादा उत्साही हो जाते हैं। धौनी को उन्हें बल्लेबाजी के लिए भेजने से पहले समझाना चाहिए। कप्तान पहले ही कह चुके हैं कि पांड्या ऐसे ऑलराउंडर हैं, जिसकी भारत को तलाश है और अभी तक सब कुछ उनके पक्ष में भी जा रहा है। कप्तान का उनमें भरोसा समझा जा सकता है। वह युवा धौनी की तरह लगते हैं और उन्हीं की तरह लंबे छक्के लगा सकते हैं।

भारतीय बल्लेबाजी की गहराई टीम को ज्यादा खतरनाक बना रही है। गेंदबाजी में भी काफी विकल्प होने से विपक्षी टीम को 150 प्लस का स्कोर बनाने के लिए मेहनत करनी होगी। श्रीलंका की बल्लेबाजी में अभी भी समस्या हैं। अनुभवी दिनेश चांदीमल और एंजेलो मैथ्यूज अगर रन नहीं बनाएंगे, तो उनका स्कोर भारत में खेले गए आखिरी दो मैचों के जैसा ही रहेगा।

(पीएमजी)

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