बैंकों की उपेक्षा से एटीएम बने हाथी के दांत

बैंक की ओर से उपभोक्ताओं को दी जानेवाली सुविधाए प्रखंड में अपनी कसौटी पर खरी नहीं उतर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jun 2018 04:23 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jun 2018 04:23 PM (IST)
बैंकों की उपेक्षा से एटीएम बने हाथी के दांत
बैंकों की उपेक्षा से एटीएम बने हाथी के दांत

बेतिया। बैंक की ओर से उपभोक्ताओं को दी जानेवाली सुविधाए प्रखंड में अपनी कसौटी पर खरी नहीं उतर रही है। शायद इसके प्रति बैंकों के बड़े और छोटे अधिकारी गंभीर नहीं है। तभी तो प्रखंड मुख्यालय की एटीएम सेवा पूरी तरह चरमरा गई है आयेदिन उपभोक्ता अपने रूपये के लिए भागते फिरते नजर आते हैं।शनिवार को ईद जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार के अवसर पर भी एसबीआई का एटीएम बंद रहे। कुछ खुले भी नजर आये तो तकनीकी खराबी या फिर नो कैश के कारण लोगों के लिए हाथी के दांत साबित हो रहे हैं। ऐसा नहीं है कि यह एक-दो दिनों का मामला है, बल्कि यह सिलसिला विगत कई माह से चला आ रहा है। निकासी करने पहुंचे एटीएम धारक परवेज आलम, शेख समसुद्दीन, जावेद अख्तर, कमरुल होदा, शेख गुड्डू, मोहम्मद इश्तियाक, नसीम शेख आदि ने बताया कि एटीएम बंद रहने से उनलोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पर्व पर भी एटीएम पैसा नहीं दे रहा है। ऐसे में परेशानी का कोई भी सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

chat bot
आपका साथी