शिवहर में बागमती नदी जलस्तर खतरे के निशान के पार

शिवहर। इलाके में पिछले 72 घंटे से रूक-रूक कर जारी बारिश के बाद बागमती और मनुषमारा नदी में उफान आ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Aug 2021 10:58 PM (IST) Updated:Fri, 13 Aug 2021 10:58 PM (IST)
शिवहर में बागमती नदी जलस्तर खतरे के निशान के पार
शिवहर में बागमती नदी जलस्तर खतरे के निशान के पार

शिवहर। इलाके में पिछले 72 घंटे से रूक-रूक कर जारी बारिश के बाद बागमती और मनुषमारा नदी में उफान आ गया है। बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। इसके साथ ही जिले में एकबार फिर बाढ़ के आसार बढ़ गए है। जलस्तर में वृद्धि के चलते बागमती नदी तटबंध के आसपास के गांवों के लोगों में दहशत है। खासकर बेलवा, नरकटिया, इंदरवा आदि गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पहली जुलाई को बेलवा में सुरक्षात्मक तटबंध ध्वस्त होने के चलते जिले में बाढ़ ने कहर बरपाया था। लगभग 19 हजार की आबादी प्रभावित हुई थी। 40 घंटे के भीतर तटबंध को दुरूस्त कर लिया गया था। हालांकि, 15 दिन बाद फिर पानी का दबाव बढ़ने से तटबंध में रिसाव आ गया था। दो दिनों की मेहनत के बाद रिसाव पर काबू पाया गया था। इधर, एकबार फिर जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती दिख रही है। शुक्रवार बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 0.33 मीटर उपर चला गया। वर्तमान में जलस्तर में वृद्धि का दौर जारी है। शुक्रवार को डुब्बाघाट स्थित रेनगेज पर बागमती नदी का जलस्तर 61.53 मीटर दर्ज किया गया है। इसी बीच डीएम सज्जन राजशेखर ने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। कार्यपालक अभियंता विमल कुमार के नेतृत्व में जल संसाधन विभाग की टीम तटबंधों पर कैंप कर रही है। उधर, बारिश की वजह से मनुषमारा नदी में भी उफान आ गया है। मनुषमारा का पानी कई निचले इलाकों में बह रहा है। बुनियादगंज डायवर्सन पर मनुषमारा के पानी के बहाव के चलते शिवहर-सीतामढ़ी एनएच 104 पर आवागमन 45 दिन बाद भी ठप है।

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