बिहार में कभी भी हो सकती है विधान परिषद चुनाव की घोषणा, जानें किन एमएलसी ने कार्यकाल किया पूरा

बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। दरअसल बिहार में अप्रैल-मई में नगर निकाय चुनाव प्रस्तावित है। इस वजह से चुनाव आयोग इससे पहले विधान परिषद की सीटों पर चुनाव संपन्न करा लेना चाहता है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 09:37 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 09:37 PM (IST)
बिहार में कभी भी हो सकती है विधान परिषद चुनाव की घोषणा, जानें किन एमएलसी ने कार्यकाल किया पूरा
बिहार में एमएलसी चुनाव का कभी भी ऐलान हो सकता है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: बिहार में विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे वाली 24 सीटों पर कभी भी चुनाव की घोषणा संभव है। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। दरअसल, बिहार में अप्रैल-मई में नगर निकाय चुनाव प्रस्तावित है। इस वजह से चुनाव आयोग इससे पहले विधान परिषद की सीटों पर चुनाव संपन्न करा लेना चाहता है। बिहार से चुनाव आयोग को भेजी गई रिपोर्ट में चुनाव के लिए तय सीटों, मतदाताओं, बूथों इत्यादि की जानकारी उपलब्ध करा गई है।

इसके अनुसार 24 विधान परिषद सीटों के लिए होने वाले चुनाव में पंचायतीराज संस्थाओं के 1 लाख 32 हजार मतदाता शामिल होंगे। चुनाव के लिए सभी प्रखंडों में 540 बूथों का गठन होगा। बड़े प्रखंडों में दो बूथ बन सकते हैं। चुनाव में पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पर्षद सदस्य भी वोटर होंगे। वहीं, शहरी निकाय से नगर पंचायत, नगर पर्षद और नगर निगम के निर्वाचित सदस्यों के अलावा कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य भी स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र प्राधिकार के माध्यम से निर्वाचित होने वाले सदस्यों का चुनाव करेंगे।

16 जुलाई को समाप्त हो गया था कार्यकाल

विधान परिषद के स्थानीय निकाय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित 24 सदस्यों का कार्यकाल 16 जुलाई 2021 में ही समाप्त हो चुका है। इन सीटों के लिए चुनाव 16 जुलाई से पहले ही हो जाना था। कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान पंचायत चुनाव में हुई देरी के कारण अबतक इन सीटों के लिए नए सिरे से चुनाव नहीं हो सका है। 

सीटें हुई हैं खाली

स्थानीय निकाय प्राधिकार क्षेत्र से कार्यकाल पूरा करने वाले 19 विधान पार्षद हैं, जबकि तीन विधान पार्षद चुनाव लड़कर विधायक बन चुके हैं। वहीं, दो विधान पार्षदों के निधन से सीटें पहले ही रिक्त हो गई थीं। इसमें हरिनारायण चौधरी और सुनील कुमार सिंह थे। कार्यकाल पूरा करने वाले 19 विधान पार्षदों में मनोरमा देवी, रीना यादव, राधाचरण साह, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागीब, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टुनाजी पांडेय, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, राजेश राम, दिलीप जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय और रजनीश कुमार हैं। वहीं, मनोज कुमार, रीतलाल यादव और दिलीप राय विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर विधायक हैं।

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