कैंपस में चुनाव की तैयारी शुरू, सेल्फी व एप से कर रहे आकर्षित

पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की तैयारी छात्र संगठनों और संभावित प्रत्याशियों ने तेज कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Aug 2018 01:30 AM (IST) Updated:Sat, 18 Aug 2018 01:30 AM (IST)
कैंपस में चुनाव की तैयारी शुरू, सेल्फी व एप से कर रहे आकर्षित
कैंपस में चुनाव की तैयारी शुरू, सेल्फी व एप से कर रहे आकर्षित

पटना । पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की तैयारी छात्र संगठनों और संभावित प्रत्याशियों ने शुरू कर दी है। चुनाव सितंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में होगा। संगठन प्रमुख और छात्र नेताओं के अनुसार चुनाव के लिए छह सप्ताह की रणनीति इस बार बनाई गई है। योजना के अनुसार अगस्त में नए छात्रों को संगठन से जोड़ना तथा पुराने को सक्रिय सदस्य बनाना है। इसके लिए विविध कार्यक्रमों का सहारा सभी छात्र संगठन लेंगे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) अपने राष्ट्रीय अभियान 'सेल्फी विद कैंपस' और एप से छात्रों को आकर्षित कर रही है। वाम संगठनों में एआइएसएफ, आइसा, डीआइएसओ आदि कैंपस में सम्मेलन का आयोजन कर अपना पक्ष मजबूत करेंगे।

एबीवीपी ने 'सेल्फी विद कैंपस' से की है शुरुआत

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने 'सेल्फी विद कैंपस' के माध्यम से नए छात्रों को जोड़ने का अभियान पूरा कर लिया है। इस राष्ट्रीय अभियान को सूबे के सभी कॉलेजों में बड़े स्तर पर और वरीय छात्र नेताओं की मॉनीट¨रग में संपन्न कराया गया। इस अभियान में छात्र कैंपस में अपनी सेल्फी लेकर एप पर अपलोड करते हैं। दूसरे चरण में इन्हें सदस्य बनाया जा रहा है। प्रदेश संगठन मंत्री अनिल दुबे ने बताया कि इस साल सूबे में दो लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पटना में लगभग 25,000 सदस्य बनाए जाने हैं। एबीवीपी से जुड़े लोगों का कहना है कि कैंपस में सक्रियता की मुख्य वजह चुनाव ही नहीं है। हर साल इस तरह के अभियान नए सत्र में चलाए जाते हैं।

वाम संगठनों का सदस्यता अभियान हुआ तेज

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआइएसएफ), आइसा, एआइडीएसओ, दिशा, पीडीएसएफ आदि वाम छात्र संगठनों ने भी सदस्यता अभियान शुरू कर दिया है। वाम संगठन आधार सशक्त करने के लिए कई स्तर पर सम्मेलन का आयोजन करेंगे। इसमें जेएनयू, डीयू, उस्मानिया आदि विश्वविद्यालयों के छात्र नेता भी सहयोग करेंगे। एआइएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार ने बताया कि सूबे में दो लाख तथा पटना में 25,000 से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। पटना विश्वविद्यालय में छात्र सम्मेलन अगस्त के तीसरे सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। इसमें कई दूसरे विश्वविद्यालयों के भी छात्रनेता शामिल होंगे। आइसा के राज्य अध्यक्ष मोख्तार के अनुसार सदस्यता अभियान को गति देने के लिए हर स्तर पर कोशिश की जा रही है। एआइडीएसओ के निकोलाई शर्मा ने बताया कि उनका संगठन भी नए सदस्यों को जोड़ने और सक्रिय करने में लगा है।

पिछले चुनाव से सीख लेगी जेएसीपी

छात्र जन अधिकार परिषद् (जेएसीपी) पिछले साल पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में मजबूती के साथ उभरी थी। संयुक्त सचिव के पद पर मो. असजद उर्फ आजाद चांद को सफलता मिली थी, जबकि अध्यक्ष पद पर गौतम आनंद दूसरे स्थान पर रहे थे। पिछले चुनाव से बेहतर करने के लिए संगठन सदस्यता अभियान के साथ-साथ जनसंपर्क अभियान चला रहा है। छात्र राजद और छात्र जदयू भी नए सिरे से संगठन को मजबूती देने को प्रयासरत दिख रहे हैं। पिछले चुनाव में अन्य विश्वविद्यालयों के बनिस्बत पीयू में इन्हें अपेक्षा के अनुरूप सफलता नहीं मिली थी।

निर्दलीय भी दिखाएंगे दमखम

पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी दिव्यांशु भारद्वाज के अध्यक्ष निर्वाचित होने से इस बार संगठनों से बागी और स्वतंत्र संभावित प्रत्याशियों के हौसले बुलंद हैं। निर्दलीय दमखम दिखाने के लिए एक पूर्व मंत्री के पुत्र ने तैयारी शुरू कर दी है। कैंपस में पिता के साथ लगे उसके पोस्टर चर्चा में हैं। कोट ::

पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ परिनियम के अनुसार नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के चार से छह सप्ताह के बीच चुनाव करा लेना है। नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। छात्रसंघ चुनाव को लेकर अभी किसी तरह का निर्णय नहीं लिया गया है। प्रक्रिया प्रारंभ होने पर छात्रों को इसकी जानकारी दी जाएगी।

प्रो. एनके झा, डीएसडब्ल्यू, पटना विश्वविद्यालय।

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