पटना के तख्‍त श्रीहरिमंदिर में हुई शस्‍त्र पूजा, सिखों के इस गुरुद्वारे में शारदीय नवरात्र का अलग अंदाज

पटना के तख्त श्री हरिमंदिर में विजयादशमी पर हुई शस्त्रों की पूजा व दर्शन। आठ दिनों तक हुआ चंडी पाठ नवमी व दशमी को श्रद्धालु कर रहे शस्त्रों का दर्शन। अमृतसर पंजाब लुधियाना दिल्ली झारखंड से आए सिख संगत हुए पाठ में शामिल

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 05 Oct 2022 02:24 PM (IST) Updated:Wed, 05 Oct 2022 02:24 PM (IST)
पटना के तख्‍त श्रीहरिमंदिर में हुई शस्‍त्र पूजा, सिखों के इस गुरुद्वारे में शारदीय नवरात्र का अलग अंदाज
पटना के तख्‍त श्रीहरिमंदिर साहिब में हुई शस्‍त्र पूजा। जागरण

जागरण संवाददाता, पटना सिटी। सिख समुदाय के बड़े तख्‍तों में शुमार तख्‍त श्रीहरिमंदिर साहिब, पटना सिटी में शारदीय नवरात्र और विजयादशमी उत्‍सव खास तरीके से मनाया गया। यह सिखों का अकेला तख्‍त है, जहां पूरे शारदीय नवरात्र के दौरान चंडी पाठ होता है। इस दौरान शस्‍त्र पूजन और शस्‍त्र दर्शन भी कराया गया। 

देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने किए शस्‍त्र दर्शन 

दशमेश गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में बुधवार को शस्त्रों की पूजा के बाद देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को दशमेश दरबार में शस्त्र दर्शन कराया गया। तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में कार्यकारी मुख्य ग्रंथी बलदेव सिंह ने बताया कि दशम ग्रंथ में चंडी दीवार का जिक्र है।

आठ दिनों तक हर रोज तीन घंटे हुआ चंडी पाठ 

उन्होंने बताया कि विश्व में सिखों का इकलौता तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब है जहां नवरात्रा के दौरान आठ दिनों तक प्रतिदिन विधिवत ढंग से तीन घंटे चंडी पाठ हुआ। जाप साहिब के बाद चंडी दीवार का पाठ किया गया। इसमें अमृतसर, पंजाब, लुधियाना, दिल्ली, झारखंड से आए सिख संगत के जत्थे भी पाठ में शामिल हुए। उधर बाललीला गुरुद्वारा मैनी संगत में भी संगतों ने शस्त्रों के दर्शन किए।

मंगल तालाब के समीप भक्त देख रहे चैतन्य देवियों की झांकी 

जागरण संवाददाता, पटना सिटी: मंगल तालाब स्थित मनोज कमलिया स्टेडियम के बाहर प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय की ओर से दुर्गा पूजा पर रविवार से लगी तीन दिनों की चैतन्य देवियों की झांकियां भक्त देख रहे हैं। संस्था की प्रभारी ब्रह्म कुमारी रानी दीदी ने बताया कि बह्म कुमारी बड़ी पटन देवी कालोनी स्थित सेवा केंद्र की ओर से दो से चार अक्टूबर तक शाम छह से रात 11 बजे तक झांकी भक्त देख सकते हैं। झांकी में अमीषा बहन दुर्गा, सलोनी बहन लक्ष्मी, नारायणी बहन काली, दिव्या सरस्वती व राजश्री बहन ज्ञान गंगा बनी हैं। 

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