मुरहेना पंचायत में मुखिया-पंचायत सचिव का विवाद खत्म

प्रखंड के मुरहेना पंचायत में मुखिया व पंचायत सचिव के बीच लंबे समय से चला आ रहा विवाद समाप्त ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Dec 2018 09:52 PM (IST) Updated:Wed, 12 Dec 2018 09:52 PM (IST)
मुरहेना पंचायत में मुखिया-पंचायत सचिव का विवाद खत्म
मुरहेना पंचायत में मुखिया-पंचायत सचिव का विवाद खत्म

प्रखंड के मुरहेना पंचायत में मुखिया व पंचायत सचिव के बीच लंबे समय से चला आ रहा विवाद समाप्त हो गया है। इसके साथ ही पंचायत में विकास कार्यों के संचालन का मार्ग प्रशस्त हो गया है। पंचायत में नल-जल योजना की कार्यों के लिए 91 लाख 72 हजार 800 रुपए की राशि मंगलवार वार्ड कार्यान्वयन समिति को ट्रांसफर कर दी गई। मौके पर बीडीओ प्रेम सागर मिश्रा, बीपीआरओ शशिकांत वर्मा, जेएसएस चंदन कुमार, संबंधित पंचायत सचिव के साथ मुखिया व पंचायत के सभी वार्ड सदस्य उपस्थित थे। मुरहेना पंचायत के 7 वार्डों 3, 4, 5, 6, 7, 12 व 13 में फिलवक्त नल का जल योजना पर काम शुरू होगा। गौरतलब है कि मुरहेना पंचायत की मुखिया मो. मोइनुद्दीन व पंचायत सचिव सुरेश प्रसाद के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। मुखिया ने 14वीं वित्त योजना की 1.35 करोड़ की राशि रोक रखी थी। जिसके कारण नल-जल योजना का काम प्रभावित था। डीएम के निर्देश पर बीडीओ द्वारा कई बार मुखिया से नल-जल योजना पर काम शुरू कराने का अनुरोध किया गया था। लेकिन मुखिया पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। जिससे पंचायत के आम लोगों के साथ ही वार्ड सदस्य भी मुखिया से नाराज चल रहे थे वे लोग अपने-अपने वार्डों में नल-जल योजना का कार्य कराना चाह रहे थे। अंतत: डीएम ने एक अंतिम अवसर देते हुए मुखिया को चेतावनी दी थी कि अगर इस बार पंचायत सचिव से विवाद की बात कह कर राशि का ट्रांसफर नहीं किया गया तो पंचायती राज एक्ट के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीएम के निर्देश पर पंचायत सचिव सुरेश प्रसाद को वहां से हटा दिया गया और उनकी जगह पर जयनंदन प्रसाद की पंचायत में पो¨स्टग कर दी गई।

इसके बाद मंगलवार को बीडीओ के कार्यालय कक्ष में बैठक हुई। जिसमें राशि ट्रांसफर किया गया। पंचायत की 3 वार्डों 2, 8 और 9 में मुखिया द्वारा लिखित रूप में अगले वर्ष जनवरी 19 तक राशि ट्रांसफर किए जाने का आश्वासन भी दिया गया। जबकि 7 वार्डों के लिए 91लाख 72 हजार 800 रुपये ट्रांसफर किया गया। राशि ट्रांसफर किए जाने के बाद पंचायत की ग्रामीणों में भी काफी खुशी देखी जा रही है। अब उनके पंचायत में नल-जल योजना का कार्य हो सकेगा। बता दें कि मुखिया व सचिव के बीच विवाद के कारण पंचायत चुनाव के लगभग 3 साल बीत जाने तक पंचायत में विकास कार्य ठप पड़ा था।

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