सूर्य ग्रहण समाप्त होते ही मंदिरों में पूजा-अर्चना शुरू

- लोगों ने किया पवित्र स्नान-ध्यान और दान-पुण्य --------------------- फोटो-23 --------------------- संवाद सहयोगी नवादा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Jun 2020 10:52 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jun 2020 10:52 PM (IST)
सूर्य ग्रहण समाप्त होते ही  मंदिरों में पूजा-अर्चना शुरू
सूर्य ग्रहण समाप्त होते ही मंदिरों में पूजा-अर्चना शुरू

नवादा । रविवार को सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों में काफी कौतूहल बना रहा। लोगों ने अलग-अलग तरीके से इस खगोलीय घटना को देखा और इसके गवाह बने। एक्स-रे प्लेट, बर्तन में पानी डाल कर उसकी मदद से इस सुंदर दृश्य को देखा। बादलों की लुकाछिपी के बीच लोगों ने इस अद्भुत दृश्य को देखा। कई लोग अपने-अपने घरों की छत पर सूर्य ग्रहण का नजारा देखते नजर आए। इधर, सूर्य ग्रहण का सूतक लगने से कुछ समय पूर्व मंदिरों के पट बंद कर दिए गए थे। लेकिन भजन-कीर्तण, जाप का दौर चलता रहा। सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद लोगों ने पवित्र स्नान किया। घरों-मंदिरों की साफ सफाई की गई। फिर लोगों ने श्रद्धापूर्वक देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की। लोगों ने यथासंभव दान-पुण्य भी किया। लोगों ने परंपरा के अनुसार डोम राजा को दान दिया। सूर्य ग्रहण की अवधि में लोगों ने भोजन करने से भी परहेज किया। सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद श्रद्धालुओं ने नगर के संकट मोचन मंदिर, शोभ मंदिर, मिर्जापुर सूर्य मंदिर समेत अन्य मंदिरों में पहुंच कर भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की।

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ग्रहण देखने के लिए

लोग रहे उत्सुक

संसू,नारदीगंज : रविवार को इस वर्ष का पहला सबसे अधिक समय तक सूर्यग्रहण लगा रहा। यह सूर्यग्रहण काल में लोग घर पर भगवत भजन में लीन रहे, वहीं जरूरतमंद लोग बाजार गए। आंशिक सूर्यग्रहण को देखने के लिए लोग उत्सुक रहे। खासकर बच्चे टीवी पर चिपके रहे। सूर्य कब किस स्थिति में होंगे, यह जानने के लिए आतुर रहे। इधर, हल्का सा धूप निकला रहा। वहीं, मंदिर के पट जहां बंद रहे, ग्रहणकाल में लोग जप व हनुमान चालीसा का पाठ किया। ग्रहणकाल की समाप्ति के बाद लोगों ने स्नानकर पूजा पाठ कर ब्राह्माणों को दान पुण्य कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

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तमसा नदी के पवित्र जल

में लगाई डुबकी

संसू, हिसुआ : सूर्य ग्रहण के बाद श्रद्धालुओं ने रविवार को तमसा के पवित्र जल में डुबकी लगाई तथा भगवान विष्णु के पद चिन्ह एवं शिवलिग पर जलाभिषेक किया। तमसा नदी में खोदाई कर स्नान के लिए जल निकासी की गई थी। जलाभिषेक के बाद श्रद्धालु नर-नारी ने हवन पूजन व दान दिया। प्रखर विद्वान उमेश पाण्डेय ने कहा कि इस वर्ष का यह ग्रहण अति फलदायी है। सुरक्षा की दृष्टि से तमसा तट पर पुलिस बल गश्त लगाती रही।

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सूर्य ग्रहण बाद लोगों

ने किया स्नान दान

संसू, वारिसलीगंज : सूर्य ग्रहण को लेकर सोशल मीडिया पर संचरित विभिन्न प्रकार के संयम नियम को प्रखंड के लोगों ने अनुशरण किया। जबकि बुजुर्गों ने परंपरा के अनुसार स्नान दान किया। मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय लोगो को अपने अपने आराध्य देवों का मनन स्मरण करते रहने से ग्रहणकाल का दुष्प्रभाव बेअसर हो जाता है या फिर बहुत कम असर होता है। वैसे सूर्य ग्रहण को लेकर आज भी लोगो में कई भ्रांतियां है। उसे दूर करने का उपाय भी हमारे धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। सुबह के कहीं 9:15 तो कहीं 10:15 बजे से सूर्य ग्रहण मान कर लोग अपने घरों में कैद रहे। दोपहर 2:15 बजे के बाद लोग स्नान दान बाद खाना पीना किया। प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरा के मुताबिक ग्रहण स्नान बाद लोग धान और धातु छूकर अपने आपको ग्रहण के सूतक से मुक्त करते हैं। बाद में उक्त धान और धातु को ग्रहण मांगने वाले लोगो को दान कर दिया जाता है।

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