एसकेएमसीएच के औषधि विभाग में पीजी कोर्स की मिली मान्यता

2015 में एमसीआइ ने फिजियोलॉजी विभाग में पीजी की मान्यता दी थी। इसके पश्चात औषधि विभाग को अपग्रेड करने की कवायद शुरू कर दी गई। भारत सरकार ने इसे पांच वर्षो के लिए दे दी है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 12:49 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 04:18 PM (IST)
एसकेएमसीएच के औषधि विभाग में पीजी कोर्स की मिली मान्यता
एसकेएमसीएच के औषधि विभाग में पीजी कोर्स की मिली मान्यता

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच के औषधि विभाग में पीजी डिग्री की मान्यता भारत सरकार ने पांच वर्षो के लिए दे दी है। इससे पूर्व वर्ष 2024 तक के लिए एमसीआइ ने भी अपनी सहमति दी थी। भारत सरकार ने संबंधित पत्र महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार एवं आर्यभट्ट विश्वविद्यालय को भेजा है। 2015 में एमसीआइ ने फिजियोलॉजी विभाग में पीजी की मान्यता दी थी। इसके पश्चात औषधि विभाग को अपग्रेड करने की कवायद शुरू कर दी गई।

 विभागाध्यक्ष डॉ. भगवान दास ने बताया कि विभाग के चिकित्सकों के साथ शीघ्र ही बैठक की जाएगी। विभाग को चुस्त-दुरुस्त करने पर विमर्श किया जाएगा। इस दौरान कार्यो की समीक्षा भी होगी। उपलब्धियां व कमियों पर भी चर्चा की जाएगी। सभी चिकित्सकों को अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर ससमय उपस्थित होने को भी कहा जाएगा। मालूम हो कि एसकेएमसीएच में तत्कालीन प्राचार्य डॉ. डीके सिन्हा के प्रयास से छह विभागों में दस सीट पर पीजी की पढ़ाई की अनुमति मिली थी।

 इन छात्रों के पठन-पाठन में कई मशीनों व उपकरणों की कमी से परेशानी बढ़ गई। यहां के उत्तीर्ण छात्रों की डिग्री की मान्यता नहीं मिलने से उन्हें भविष्य की चिंता सताने लगी थी। अब उनकी डिग्री की भी मान्यता मिल गई है। हालांकि अन्य विभागों में जहां पीजी की पढ़ाई नहीं हो रही है, इसकी अनुमति लेने एवं चल रहे विभागों की मान्यता के लिए प्राचार्य डॉ. विकास कुमार प्रयासरत हैं।

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