पौधों के जवान होने तक रखवाली में ना हो चूक

दैनिक जागरण के देशव्यापी पौधारोपण अभियान की शुरूआत की गई है। जिले में हरियाली बहाल रखने के लिए दैनिक जागरण की पहल शुरू हो गई है। इसके तहत शहर के वार्ड 21 के पार्षद मनीष कुमार सिंह ने की है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 10:59 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 10:59 PM (IST)
पौधों के जवान होने तक रखवाली में ना हो चूक
पौधों के जवान होने तक रखवाली में ना हो चूक

मधुबनी । दैनिक जागरण के देशव्यापी पौधारोपण अभियान की शुरूआत की गई है। जिले में हरियाली बहाल रखने के लिए दैनिक जागरण की पहल शुरू हो गई है। इसके तहत शहर के वार्ड 21 के पार्षद मनीष कुमार सिंह ने की है। पार्षद ने अपने पुत्र यथार्थ सिंह के साथ अपने आवासीय परिसर में कई पौधे लगाते हुए उसके संरक्षण का संकल्प लिया। मौके पर पार्षद सिंह ने कहा कि धरती की हरियाली बहाल रखने के लिए जिले में प्रयास कम नहीं हुए। मगर, पौधों को जवान होकर पेड़ बनने तक उसकी रखवाली में चूक को नकारा नहीं जा सकता है। हरियाली के लिए जिले में सरकारी, गैर सरकारी स्तर पर पौधारोपण को बढ़ावा दिया जाना अति आवश्यक हो गया है। धरा पर लगाए गए पौधों की देखभाल में उदासीनता जिले में पूर्ण हरियाली का सपना साकार नहीं हो सका है। बदलते समय में हरियाली की अहमियत हर जागरूक समझते रहे हैं। फिर भी पौधों की देखभाल सुनिश्चित नहीं होना हमारी कमियों का एक हिस्सा बनकर रह जाता है। हरेक लोगो को दैनिक जागरण के पौधारोपण अभियान में शामिल होकर पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए। इससे जिला पूरी तरह हरियाली के आगोश में होगा।

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जिले का कोई हिस्सा वन क्षेत्र के रूप में विकसित नहीं :

हरियाली की कमी से जिले में अब तक वन क्षेत्र चिन्हित नहीं हो पाया है। प्रतिवर्ष पौधरोपण के प्रति लोगों में जागरूकता तो आई है। बावजूद, जिले का कोई हिस्सा वन क्षेत्र के रूप में विकसित नहीं होना इस बात को दर्शाता है कि सिर्फ दिखावटी पौधारोपण में उलझे रह गए। समाज के पर्यावरणविदों, पेड़-पौधों से लगाव रखने वालों और हरियाली को बढ़ावा देने वालों के अलावा सरकार और वन विभाग ने भी माना है कि हरियाली के लिए सिर्फ पौधा लगाना ही नहीं, बल्कि उसके संरक्षण की संपूर्ण गारंटी होनी चाहिए। लगाए गए पौधों की देखभाल के संकल्प को पूरा करने में हम सफल होते हैं तो निश्चित रूप से एक दशक में जिले की धरती हरियाली की चादर ओढ़ लेगी। जिला के कुछ हिस्से को वन क्षेत्र के रूप में विकसित हो सकता है।

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