मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने किया संगम नदी में स्नान

मकर संक्रांति के पावन अवसर पर प्रखंड के ब्रह्मपुरी गांव स्थित पवित्र विग्धी-यमुनी नदी के पावन संगम स्थल पर बुधवार को श्रद्धालुओं ने डूबकी लगाई और नदी किनारे स्थित बाबा त्रिलोकीनाथ महादेव मंदिर में शिवलिग पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Jan 2020 11:02 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jan 2020 06:07 AM (IST)
मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने किया संगम नदी में स्नान
मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने किया संगम नदी में स्नान

मधुबनी। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर प्रखंड के ब्रह्मपुरी गांव स्थित पवित्र विग्धी-यमुनी नदी के पावन संगम स्थल पर बुधवार को श्रद्धालुओं ने डूबकी लगाई और नदी किनारे स्थित बाबा त्रिलोकीनाथ महादेव मंदिर में शिवलिग पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। मौके पर श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में साधु संतो व निस्सहायों के बीच अन्न का दान कर पुण्य के भागी बने। इस अवसर पर धाíमक व ऐतिहासिक संगम स्थल पर सुबह से ही बड़ी संख्या में पड़ोसी राष्ट्र नेपाल व भारतीय इलाके के श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम नदी पहुंचकर स्नान कर नदी किनारे के अखरहरघाट स्थित बाबा त्रिलोकीनाथ महादेव मंदिर में शिवलिग पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। तथा मंदिर परिसर में मौजूद साधु संत व गरीब निस्सहायों को अन्न दान किया। बता दें कि इस बार संगम स्थल पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया। संचालन समिति के अध्यक्ष मुखिया अमरेंद्र कुमार राय ने बताया कि प्रति वर्ष बड़ी संख्या में नेपाल और भारत के श्रद्धालु महिला पुरूष इस संगम स्थल पर पहुंचकर पवित्र संगम नदी में स्नान कर अपने को धन्य समझते है। धाíमक मान्यता है कि मकर संक्रांति के अवसर पर इस संगम नदी में स्नान करने से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं। तथा नदी किनारे स्थित महादेव का जलाभिषेक करने से लोग पूण्य के भागी बनते हैं। इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त महिला पुरूष यहां पहुंचकर स्नान किया और वस्त्र अन्न आदि दान किया। श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में इस संगम स्थल पर पहुंचने से माहौल भक्तिमय रहा और लोग संगम में स्नान कर अपने को पवित्र समझते है। र्यक्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुखिया अमरेन्द्र कुमार राय के नेतृत्व में मनोज यादव, कारी महतो, सरोज महतो, कृष्णा राय सहित काफी संख्या में समिति के सदस्यों के अलावा ग्रामीण जुटे रहे।

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