कटाव की जद में प्राथमिक विद्यालय तेलीभिट्ठा

संवाद सूत्र पौआखाली (किशनगंज) पौआखाली पंचायत अंतर्गत तेलिभिट्ठा गांव के समीप कनकई नदी का ह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 04:47 PM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 04:47 PM (IST)
कटाव की जद में प्राथमिक विद्यालय तेलीभिट्ठा
कटाव की जद में प्राथमिक विद्यालय तेलीभिट्ठा

संवाद सूत्र, पौआखाली (किशनगंज) : पौआखाली पंचायत अंतर्गत तेलिभिट्ठा गांव के समीप कनकई नदी का हो रहे कटाव से लोग चितित हैं। आलम यह है कि अब गांव के समीप तक कटाव पहुंच चुका है। कुछ दिन पूर्व ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से अस्थायी बांध बनाकर कटाव रोकने का प्रयास किया था, लेकिन वह भी नाकाफी साबित हो रहा है।

लगातार हो रहे कटाव से अब ग्रामीणों को घर द्वार कटने की आशंका सताने लगी है। गांव के समीप अवस्थित प्राथमिक विद्यालय तेलिभिट्ठा के अस्तित्व पर भी कटाव का खतरा मंडराने लगा है। स्कूल से कटाव स्थल की दूरी महज 10 मीटर ही रह गया है।

विगत कई दिनों से कनकई नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव के कारण कटाव तेज हो गया है, जिससे खेत भी धीरे-धीरे नदी के गर्भ में विलीन होता जा रहा है। किसानों के साथ साथ अब ग्रामीणों की भी परेशानी बढ़ने लगी है। विभागीय स्तर से अब तक कटावरोधी उपाय नहीं किए जाने से ग्रामीण काफी चितित हैं।

कटाव से पीड़ित तेलिभिट्ठा व मिरभिट्ठा के किसान इरफान, अहमद, नौशाद, कमरुल, हाजी मतीउर रहमान, समीरुद्दीन, वारिस आलम, अलीमुद्दीन, जुनेद आलम, अब्दुल रजाक, अब्दुल गनी आदि बताते हैं कि खेत में लगे धान का फसल नदी में विलीन होता जा रहा है। खेत कट जाने से जमीन व फसल की क्षति यानी दोहरी मार झेलने को विवश हैं। वार्ड सदस्य नूर आलम बताते हैं कि अगर जल्द कटाव नहीं रोका गया तो गांव के लोग विस्थापित हो जाएंगे। प्रतिदिन हो रहे कटाव के कारण ये फासला और करीब होता जाता रहा है। खासकर घटते जलस्तर के कारण यह समस्या और विकराल हो जाती है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने हाल ही में उक्त स्थल का दौरा कर कटाव का जायजा लिया था। बावजूद कटावरोधी उपाय शुरू नहीं किए जाने से ग्रामीणों को अनजाना भय सता रहा है।

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