कुदरा के दो अनाथालयों की डीएम ने की जांच

डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता वाली जिला निरीक्षण समिति ने बुधवार को कुदरा थाना क्षेत्र में एनजीओ द्वारा संचालित दो अनाथालयों का निरीक्षण कर भौतिक रूप से जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 09:56 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 09:56 PM (IST)
कुदरा के दो अनाथालयों  की डीएम ने की जांच
कुदरा के दो अनाथालयों की डीएम ने की जांच

डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता वाली जिला निरीक्षण समिति ने बुधवार को कुदरा थाना क्षेत्र में एनजीओ द्वारा संचालित दो अनाथालयों का निरीक्षण कर भौतिक रूप से जांच की। जिन अनाथालयों की जांच की गई उनमें स्थानीय थाना क्षेत्र के भरिगांवा में मौजूद बालिका गृह एस्तर मर्सी होम तथा सकरी में मौजूद बाल गृह पॉल मर्सी होम शामिल हैं। जांच दल में बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक संतोष कुमार चौधरी, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष उर्मिला देवी, सिविल सर्जन डॉ. मिथिलेश झा, जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर कामती आदि शामिल थे। इस मौके पर थानाध्यक्ष सुनीत कुमार ¨सह तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सत्य स्वरूप, अनाथालय के संचालक मृत्युंजय कुमार भारती व अन्य लोग मौजूद थे। इस दौरान अधिकारियों ने अनाथालयों का भ्रमण कर उनमें मौजूद सुविधाओं को देखा तथा बच्चों के स्वास्थ्य शैक्षणिक स्थिति व सुरक्षा का जायजा लिया। उन्होंने बच्चों से बातचीत की तथा संबंधित पंजियों का भी अवलोकन किया। इस संबंध में बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट व सरकार के निर्देशों के अनुरूप बाल गृहों का भौतिक निरीक्षण किया गया, ताकि उनका पंजीकरण किया जा सके। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार इस तरह की सभी संस्थाओं का पंजीकरण अनिवार्य है। बताते चलें कि पिछले कई वर्षों से मिशनरी संस्था की मदद से चल रहे इन दोनों अनाथालयों में अनाथ बच्चे बच्चियों को रखकर उन्हें शिक्षा दी जाती रही है। भरिगांवा में मौजूद बालिका गृह में डीएम व एसडीएम समेत कई उच्च अधिकारी पूर्व में जाकर बच्चों की मदद करते रहे हैं तथा उन्हें प्रोत्साहन देते रहे हैं। हालांकि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टिस) की सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट से आश्रय गृहों में शोषण उजागर होने के बाद अब इस तरह की संस्थाओं पर सरकार की निगरानी बढ़ गई है। जिसके तहत उनका पंजीकरण जरूरी माना जा रहा है।

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