बंद पोर्टल रोक रहा प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना की राह

बहार शताब्दी नलकूप एवं प्रधानमंत्री सिंचाई ये दोनों योजनाएं किसानों की खेतों की सिचाई के लिए है। दोनों योजनाओं में किसानों को सरकार अनुदान दे रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 10:22 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 10:22 PM (IST)
बंद पोर्टल रोक रहा प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना की राह
बंद पोर्टल रोक रहा प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना की राह

संवाद सूत्र,उचकागांव : बिहार शताब्दी नलकूप एवं प्रधानमंत्री सिंचाई, ये दोनों योजनाएं किसानों की खेतों की सिचाई के लिए है। दोनों योजनाओं में किसानों को सरकार अनुदान दे रही है। लेकिन इसके बाद भी अधिकांश किसान किसी भी योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। बिहार शताब्दी नलकूप योजना के बंद कर दिए गए पोर्टल के कारण यह योजना किसानों के पहुंच से दूर हो गई है। यह योजना किसानों के पहुंच से दूर होने से किसान अपने खेतों में नलकूप नहीं लगा पा रहे हैं। निजी नलकूप नहीं होने के कारण किसान प्रधानमंत्री सिचाई योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। प्रधानमंत्री सिचाई योजना का लाभ लेने के लिए निजी नलकूप अनिवार्य है। बिहार शताब्दी नलकूप योजना के बंद पोर्टल ने प्रधानमंत्री सिचाई योजना की राह रोक दी है।

प्रखंड क्षेत्र में प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना के तहत 90 प्रतिशत अनुदान पर दो योजनाएं संचालित है। सीधी बुवाई वाले फसलों के लिए इस योजना के तहत टपक विधि सिचाई योजना तथा लघु एवं मध्यम वर्गीय किसानों के लिए स्प्रिंकलर विधि सिचाई योजना संचालित है। इन दोनों योजनाओं के लाभ के लिए कृषि विभाग 19 मार्च से किसानों का ऑनलाइन आवेदन ले रहा है। किसान अपना किसान रजिस्ट्रेशन, भू स्वामित्व प्रमाण पत्र, वंशावली, आधार नंबर और बैंक खाता संख्या के साथ इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। लेकिन इन दोनों योजनाओं का लाभ लेने के लिए निजी नलकूप होना अनिवार्य है। जिसे देखते हुए किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए अपेन खेत में नलकूप लगाने के लिए बिहार शताब्दी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन बिहार शताब्दी योजना का पोर्टल खोलने पर अतिरिक्त बजट के अभाव में पोर्टल को बंद कर दिया गया है, लिखा मिल रहा है। जिसे किसान इस योजना का लाभ लेकर अपने खेतों में नलकूप नहीं लगा पा रहे हैं। निजी नलकूप नहीं होने के कारण किसानों को प्रधानमंत्री सिचाई योजना का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में पूछे जाने से उचकागांव प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी अवधेश शर्मा ने कहा है कि इस मामले से वरीय पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।

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