नई-नवेली दुल्हन भी मेहंदी लगे पांव जातीं ससुराल

नीरज कुमार मिश्र डोभी (गया)। एक ऐसा गाव भी है जो सड़क से कटा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jul 2020 11:38 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jul 2020 06:14 AM (IST)
नई-नवेली दुल्हन भी मेहंदी लगे पांव जातीं ससुराल
नई-नवेली दुल्हन भी मेहंदी लगे पांव जातीं ससुराल

नीरज कुमार मिश्र, डोभी (गया)। एक ऐसा गाव भी है जो सड़क से कटा हुआ है। गाव में आने वाली नई नवेली दुल्हन को एक किमी की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। उसके पीछे गीत गाती महिलाएं चलती हैं।

गया जिले के डोभी प्रखंड के 50 घरों के इस गांव का नाम है दास। जहा एक समाज के लोग मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं। इसके एक छोर पर निलाजन नदी बहती है तो दूसरी तरफ खेतों की हरियाली है। आज तक सड़क गाव पहुंचने के लिए नहीं बनी। ग्रामीणों के पास भी साधन नहीं कि वे एकजुट होकर सड़क का निर्माण करें। जनप्रतिनिधि गुहार नहीं सुनते। कई दशक गुजर गए। एक किमी की सड़क नहीं बन सकी। जबकि केन्द्र और राज्य की सरकार ने सभी गाव को मुख्य सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए मुहिम चला रखी है।

पगडंडियां ही सहारा :डोभी प्रखंड मुख्यालय से महज एक किलोमीटर की दूरी पर दास गाव में आजादी के बाद से जाने-आने के लिए खेतों की पगडंडियां ही सहारा हैं। गया-डोभी सड़क मार्ग से गाव की दूरी एक किलोमीटर है। गाव से 500 फिट की दूरी तक सड़क निर्माण कार्य जारी है परंतु गाव को इससे नहीं जोड़ा जा रहा है। गाव की बेटियों और बहुओं की अगवानी और विदाई पैदल होती है।

कहते हैं ग्रामीण : ग्रामीण मथुरा दास ने बताया कि गाव में बरात बुलाने के लिए सोचना पड़ता है। शादी-विवाह के अधिकाश कार्यक्रम मंदिर से करने पड़ते हैं। बेटी की विदाई मंदिर से होती है परंतु बहू को पैदल ही ससुराल में दस्तक देनी पड़ती है। चुनाव के वक्त बडे़-बडे़ वादे करने वाले सभी जन प्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद चुप हो जाते हैं।

बोलीं मुखिया : डोभी पंचायत के मुखिया जितेन्द्र यादव ने कहा कि इस गाव में सड़क निर्माण के लिए कई बार प्रयास किया। परंतु कुछ लोगों की रैयती जमीन होने के कारण अड़चन है। इन लोगों से कई बार आग्रह किया गया, जमीन देने को तैयार नहीं हैं। अंचल अधिकारी से सरकारी प्रावधान के अनुसार जमीन उपलब्ध करवाने के लिए आवेदन दिया है। प्रखंड प्रमुख सुनिता देवी कहती हैं कि संज्ञान में नहीं था। सीओ डोभी को निर्देश दिया गया है कि जल्द इस गाव की समस्या के निदान की पहल करें।

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