गुरु का आशीर्वाद कभी भी नहीं जाता व्यर्थ

राष्ट्पति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन काो शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Sep 2018 01:45 AM (IST) Updated:Mon, 03 Sep 2018 01:45 AM (IST)
गुरु का आशीर्वाद कभी भी नहीं जाता व्यर्थ
गुरु का आशीर्वाद कभी भी नहीं जाता व्यर्थ

दरभंगा। राष्ट्पति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन काो शिक्षक दिवस मनाया जाता है। मौके पर छात्र व छात्रा अपने गुरुओं के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

मध्य विद्यालय पोहदी के शिक्षक मो. रब्बानी अंसारी का कहना है कि सर्वपल्ली राधाकृष्ण ने उप राष्ट्पति पद से ज्यादा शिक्षकों के सम्मान के संबंध में सोचा। वे 40 वर्षों तक शिक्षक रहे। वे हमेशा राष्ट्र हित की बात करते थे। जगदंबा संस्कृत महाविद्यालय बाथो के अवकाश प्राप्त शिक्षक प्रो राम उदीष्ट राय उर्फ व्याधाजी का कहना है कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा बताए गए मार्गों पर ही चलकर शिक्षक सम्मान पाने के हकदार हो सकते हैं। आज के समय में छात्रों में गुरुओं के प्रति पहले जैसी भावना देखने काो नहीं मिलती है। इस विषय पर छात्र व शिक्षकों में मंथन करने की जरूरत है।

बहेड़ा कॉलेज के छात्र मीठु कुमार गिरि ने कहा कि शिक्षक दिवस पर हम सर्वपल्ली राधा कृष्णन का सम्मान व नमन करते हैं। दुनिया में कोई भी छात्र अपने गुरुओं का आदर व सम्मान देकर ही शिक्षा जगत में आगे बढ़ सकता है। मझौड़ा राजकीय मध्य विद्यालय के छात्र दीपक कुमार ठाकुर का कहना है शिक्षक दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्रों को इस मंत्र को हमेशा याद रखना होगा कि गुरु का आशीर्वाद कभी भी व्यर्थ नहीं जाता । छात्रों को शिक्षकों से हमेशा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लेने की ललक होनी चाहिए। शिक्षकों का हमेशा आदर करना चाहिए। तभी हम शिक्षक दिवस मनाने की सार्थकता को कायम रख सकते हैं।

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