सृजन घोटाला : जिला परिषद का पूर्व नाजिर नहीं दे रहा एडीएम की नोटिस का जवाब

Srijan Scam सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ की टीम बीमा कंपनी के एजेंट तक पहुंच गई है। वहीं आरोपित जिला परिषद के पूर्व नाजिर ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 03:41 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 03:41 PM (IST)
सृजन घोटाला :  जिला परिषद का पूर्व नाजिर नहीं दे रहा एडीएम की नोटिस का जवाब
सृजन घोटाला : जिला परिषद का पूर्व नाजिर नहीं दे रहा एडीएम की नोटिस का जवाब

भागलपुर, जेएनएन। Srijan Scam : सृजन घोटाला के आरोपित जिला परिषद के पूर्व नाजिर राकेश कुमार यादव को बेउर जेल के पते पर नोटिस पिछले महीने ही मिल गया, लेकिन उन्होंने इसका जवाब अभी तक नहीं भेजा है। नोटिस का जवाब नहीं मिलने के कारण विभागीय जांच नहीं हो पा रही। एडीएम अरुण कुमार सिंह मामले की जांच कर रहे हैं।

जिला परिषद के पूर्व नाजिर राकेश कुमार यादव पर लगे आरोपों को लेकर एडीएम ने अगस्त में उनसे शोकॉज किया था। शोकॉज का जवाब राकेश ने नहीं दिया तो एडीएम ने फिर नोटिस भेजा। नोटिस का जवाब पांच सितंबर के पूर्व भेजने के लिए कहा गया था। मामले की सुनवाई पांच सितंबर को होनी थी। लेकिन राकेश की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया  अब एक बार फिर एडीएम नोटिस भेजने की तैयारी कर रहे हैं। अब नोटिस का जवाब मिलने के बाद ही सुनवाई की अगली तिथि घोषित की जाएगी।

पूर्व नाजिर राकेश कुमार यादव तीन साल से अधिक समय से जेल में बंद है। सीबीआइ उसके विरुद्ध चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। जिला परिषद के खाते से 101 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। उसी मामले इसे गिरफ्तार किया गया था।

बीमा कंपनी के एजेंट तक पहुंची सीबीआइ

सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ की टीम बीमा कंपनी के एजेंट तक पहुंच गई है। टीम एजेंट से घोटाले में शामिल लोगों के बीमा के संबंध में पूछताछ कर रही है। इसी एजेंट से सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की कर्ताधर्ता मनोरमा देवी और घोटाले से जुड़े अन्य लोगों ने बीमा कराया था।

सीबीआइ की टीम यह पता लगा रही है कि किन-किन लोगों ने कितनी-कितनी राशि का बीमा कराया है। इनकी पॉलिसी कब पूरी हो रही है। टीम बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) और इंडियन बैंक से लोन के बारे में जानकारी भी जुटा रही है। सृजन घोटाला से जुड़े कितने लोगों को लोन दिया गया है। सबसे अधिक लोन किसे मिला है। लोन लेने वालों ने किस्त जमा की या नहीं। इन्हें किस आधार पर बैंक ने लोन दिया और नहीं चुकाने पर क्या कार्रवाई की आदि के बारे में टीम पता लगा रही है। सीबीआइ ने बैंकों को सृजन घोटाले में शामिल लोगों और उनके रिश्तेदारों की भी सूची सौंपी है और इनके संबंध में पूरी रिपोर्ट देने के लिए कहा है। भागलपुर पहुंची सात सदस्यीय सीबीआइ टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी