लक्ष्‍मी नारायण महायज्ञ में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, भक्तिमय हुआ इलाका

कोरोना काल के बाद पहली बार जिले के सबौर प्रखंड अंतर्गत मसाढ़ू गांव में लक्ष्‍मी नारायण महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। यज्ञ में हवन कुंड का परिक्रमा करने के लिए भारी संख्‍या में भक्‍तजन पधार रहे हैं। यज्ञ से इलाके का माहौल भक्तिमय हो गया है।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 01:38 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 01:38 PM (IST)
लक्ष्‍मी नारायण महायज्ञ में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, भक्तिमय हुआ इलाका
लक्ष्‍मी नारायण यज्ञ में उमड़ी भक्‍तजनों की भीड़

भागलपुर [ललन तिवारी ] । सबौर प्रखंड के मसाढु में हो रहे लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में बुधवार को श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा। कोरोना काल के बाद यह पहला यज्ञ हो रहा है जिस वजह से खुले आसमान के नीचे हजारों की संख्या में श्रद्धालु यज्ञ मे अपनी सहभागिता निभाने आ रहे हैं । हर कोई यज्ञ की आहुति में शामिल होना चाह रहा है । बह आठ बजे से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 15 पंडितों का समूह मंत्रोच्‍चारण के साथ यज्ञ में आहुति दे रहे हैं । श्रद्धालुओं का समूह यज्ञशाला का परिक्रमा कर धर्म के भागी बन रहे है । यहां भक्ति की सरिता बह रही है। भक्त और भगवान का मिलन समारोह जैसा परिदृश्य है।

यज्ञ की वेदी पर 15 पंडितों का समूह कर रहे मंत्रोच्‍चारण

यज्ञ की वेदी पर मुख्य आचार्य गुरुधाम से आए पंडित सुबीर मिश्र के नेतृत्व में 15 पंडितों का समूह यज्ञ वेदी पर मंत्रोचार कर रहे हैं। मुख्य पंडित कहते हैं कि यज्ञ स्थल पर पहुंचने मात्र से ही सभी पापों का नाश हो जाता है। यज्ञ की धूनी शरीर को निरोगता प्रदान करता है ।मन स्वस्थ रहता है और परमात्मा आत्मा में वास करते हैं। उन्होंने कहा की यज्ञ से दैहिक ,दैविक और भौतिक सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से हर तरफ से सभी का कल्याण होता है। यज्ञ कर्म से घर समाज सहित देश और विश्व का कल्याण होता है। यज्ञ से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मन स्वच्छ और आत्मा पवित्र होता है।

56 प्रतिमाओं से सुशोभित है यज्ञशाला

यज्ञ कमेटी के सुमन जी कहते हैं कि देवी-देवताओं सहित भारत माता और महात्मा गांधी आदि की भी प्रतिमा लगाई गई है ।सभी देवताओं के कुल 56 प्रतिमा यज्ञशाला के आसपास लगाई गई है। जहां श्रद्धालु पूजा पाठ कर रहे हैं। यज्ञ का मुख्य आकर्षण केंद्र प्रतिमा है। जो यज्ञ के चारों ओर लगाई गई है।

भव्य मेला

यज्ञ में उमड़ा जनसैलाब को देख दर्जनों मनिहारा आदि सहीत खाने पीने की दुकानें सजी हैं जिस पर ग्राहकों का कतार वध भीड़ लगी है। ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिलाएं कुछ ना कुछ यज्ञ देखने के बाद दुकानों से खरीद रही हैं। उधर तारामाची, इलेक्ट्रॉनिक कार, कटघोडवा आदि से भी मेला सज गया है ।जहां बच्चे खूब लुफ्त उठा रहे हैं । स्थानीय जिला परिषद महेश जादव कहते हैं कि रात्रि में प्रवचन का आयोजन होता है। दूरदराज से आए भक्तों को रहने के लिए कमेटी द्वारा सुलभ व्यवस्था की गई है।

क्यों उमड़ रहा जनसैलाब

कोरोना काल की वजह से तकरीबन एक वर्ष से सामूहिक धार्मिक आयोजन बंद था। लंबे समय के बाद इस प्रकार का सामूहिक आयोजन हो रहा है जिसमें घर में बंद पड़ी महिलाएं खुलकर ग्रामीण क्षेत्रों से आ रही है। अब उनके चेहरे पर कोरोना का भय नहीं दिख रहा है उत्साहित हो श्रद्धा और भक्ति पूर्वक यज्ञ के आहुति में शामिल हो रही है। 

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