सांसद के गोद लिए आदर्श गांव के अस्तित्व पर संकट

आदर्श गांव इस्माईलपुर प्रखंड के पश्चिमी भिट्ठा का अस्तित्व गंगा नदी के कटाव के कारण समाप्त होने के कगार पर है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Mar 2019 10:29 PM (IST) Updated:Sat, 16 Mar 2019 10:29 PM (IST)
सांसद के गोद लिए आदर्श गांव के अस्तित्व पर संकट
सांसद के गोद लिए आदर्श गांव के अस्तित्व पर संकट

रशिद आलम, नवगछिया : सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल द्वारा लिए गोद लिए आदर्श गांव इस्माईलपुर प्रखंड के पश्चिमी भिट्ठा का अस्तित्व गंगा नदी के कटाव के कारण समाप्त होने के कगार पर है। यह गांव गंगा नदी के कटाव के मुहाने पर है। सांसद ने जितने भी वादे किए थे,अधिकांश पूरा नहीं हो पाया।

मुखिया कहते हैं कि पश्चिम दिशा से ही इस गांव को काट दिया जायेगा। इस्माईलपुर स्पर संख्या एक से अप स्ट्रीम में पश्चिम दिशा में एक किलोमीटर से कटाव हो रहा हैं। किंतु महज पांच सौ मीटर में कटाव निरोधी कार्य हो रहा है। पश्चिम दिशा से जहां से कटाव हो रहा वहां से कटाव निरोधी कार्य आरंभ नहीं हुआ गांव के अस्तित्व पर खतरा हैं। यदि कटाव हुआ तो पीएचसी, थाना, प्रखंड वह भी कट जायेगा।

नंदकिशोर यादव कहते हैं कि आदर्श गांव के लिए अनुसूचित जाति के लिए सामुदायिक भवन बनाने का वादा किया गया था। वह भी नहीं बनाया गया। आदर्श गांव के स्कूल में शिक्षक व छात्र का अनुपात जिस तरह होना चाहिए वह भी नहीं हैं। हाइस्कूल में साढ़े आठ सौ छात्र पढ़ते है किंतु शिक्षकों की संख्या काफी कम है। प्राचार्य ने आठ शिक्षकों की मांग किया था वह शिक्षक आज तक नहीं मिला। स्कूल में छात्र को बैठने के लिए बैंच डेक्स भी नहीं हैं। छात्रों के लिए खेल का मैदान भी नहीं हैं।

बिजली का पोल 1984 का ही गड़ा हुआ है। कुछ पोल वर्ष 2004 में बदला गया। किंतु अधिकांश पोल तार आज भी जर्जर है। जर्जर तार पोल के कारण बराबर दुर्घटनाएं हो रही हैं। कई बार घर में आग भी लगा। आंगनबाड़ी केंद्र पर ना तो बच्चों की पढ़ाई होती है और 12 अति कुपोषित 28 गर्भवती महिला को खाद्यान्न मिलता है। शुद्ध पेयजल भी नसीब गांव वाले को नहीं हैं। पीएचडी के द्वारा प्राथमिकता के आधार पर हर घर जल का नल उपलब्ध करवाना चाहिए था। वह कार्य भी नहीं हो पा रहा हैं। गांव में वृक्षारोपण होना चाहिए था।

इस्माईलपुर पीएचसी चिकित्सकों की संख्या काफी कम हैं। इस्माईलपुर पीएचसी का प्रभारी नहीं है। यह पीएचसी गोपालपुर पीएचसी प्रभारी डॉ. सुधांशु के प्रभार में चल रहा हैं। चिकित्सक नहीं रहने के कारण लोगों को काफी परेशानी होती हैं। कुंदन यादव कहते हैं कि प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़क का निर्माण होना चाहिए था। पंचायत से नवगछिया अनुमंडल मुख्यालय से जोड़ने वाली एक भी सड़क नहीं हैं। महज गांव में एक रंगमंच का शिलान्यास किया है। इसके अलावा कोई भी काम नहीं हुआ हैं।

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