छात्रसंघ चुनाव में हंगामा, एबीवीपी और छात्र राजद कार्यकर्ता भिड़े

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में गुरुवार को विवि पैनल के चुनाव में जमकर बवाल हुआ। एबीवीपी और छात्र राजद भिड़ गए। जाने पूरी खबर ..

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Feb 2019 08:39 PM (IST) Updated:Thu, 07 Feb 2019 09:29 PM (IST)
छात्रसंघ चुनाव में हंगामा, एबीवीपी और छात्र राजद कार्यकर्ता भिड़े
छात्रसंघ चुनाव में हंगामा, एबीवीपी और छात्र राजद कार्यकर्ता भिड़े

भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के केंद्रीय पुस्तकालय में गुरुवार को विवि पैनल के चुनाव में भारी हंगामा हुआ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी)और छात्र राजद के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दोनों ओर के छात्रों को रोकने में पुलिस को काफी विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस बल प्रयोग करती, इससे पहले छात्र राजद के कार्यकर्ता धरना पर बैठ गए।

सुबह में छात्र राजद के लालू यादव ने वोट के दौरान मोबाइल से तस्वीर खींचने का प्रयास किया। मौके पर पहुंचकर मुख्य चुनाव पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र ने उससे मोबाइल छिन लिया। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता लालू यादव का मतदान रद करने की मांग करने लगे। इसके लिए परिषद कार्यकर्ताओं ने लिखित आवेदन भी दिया। इसके बाद छिटपुट गड़बड़ियों के बाद चुनाव में सबकुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन जैसे-जैसे शाम चार बजे का समय करीब आ रहा था, रह-रह कर हंगामा होने लगा।

दोपहर दो बजे के बाद छात्र राजद ने आरोप लगाया कि विद्यार्थी परिषद ने मदन अहिल्या महिला कॉलेज नवगछिया की छात्रा नेहा कुमारी को फर्जी तरीके से वोट के लिए बुलाया और चुनाव समिति ने उसे वोट करने की अनुमति दे दी। मामले को लेकर दोनों संगठन के कार्यकर्ता भिड़ गए। दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं को रोकने में पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। छात्र राजद के कार्यकर्ता मुख्य चुनाव अधिकारी पर फर्जी वोटिंग कराने का आरोप लगा धरने पर बैठ गए। विवि के कुलानुशासक डॉ. विलक्षण रविदास और एसडीओ आशीष नारायण मौके पर पहुंचे। बाद में हंगामा इस समझौते पर शात हुआ कि चुनाव समिति उस वोटर की पहचान की पड़ताल कराए, जिस पर छात्र राजद ने फर्जी होने का आरोप लगाया है और उसके बाद ही शुक्रवार को मतगणना शुरू होगी। मामले को लेकर छात्र राजद के कार्यकर्ताओं से लिखित आपत्ति मागी गई।

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फर्जी वोट डालने का आरोप लगा धरने पर बैठा छात्र राजद

केंद्रीय पुस्तकालय में चल रही वोटिंग के दौरान धाधली का मामला तब सामने आया जब मदन अहिल्या महिला कॉलेज की काउंसलर नेहा कुमारी के नाम से एक छात्रा वोट करने पहुंची। चुनाव समिति ने प्रपत्रों की जाच में पाया कि छात्रा के सर्टिफिकेट पर रोल नंबर 116 था, जबकि कॉलेज से मिले प्रपत्र पर यह 115 था। मुख्य चुनाव अधिकारी ने उसे वोट देने से रोक दिया और वहीं बैठे रहने को कहा। इसकी सूचना छात्र राजद के कार्यकर्ताओं को मिली तो उनलोगों ने कहा कि जो सही वोटर है, वह नवगछिया में अपने घर पर है और वोट करने पहुंची छात्रा कोई और है। चुनाव टीम ने मदन अहिल्या महिला कॉलेज प्रशासन से छात्रा की पहचान की पड़ताल करने को कहा। इस बीच दोपहर 3:25 बजे तक कुल 47 में से 46 काउंसलर का वोट पड़ चुका था और मतपेटी सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इसी बीच कहा गया कि नेहा कुमारी की पहचान कॉलेज ने स्पष्ट कर दी है। जो छात्रा वोट करने पहुंची है, वह सही है और मुख्य चुनाव अधिकारी ने उसे वोट करने की अनुमति दे दी। ऐसे में अंतिम वोट उसका ही पड़ा। इस पर छात्र राजद के कार्यकर्ता विवि अध्यक्ष दिलीप कुमार के नेतृत्व में हंगामा करने लगे और केंद्रीय पुस्तकालय के मुख्य गेट पर पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें रोका तो वे लोग धरने पर बैठ गए और मुख्य चुनाव अधिकारी के विरोध में नारेबाजी करने लगे। बाद में मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि अब पहले छात्रा की पहचान की पड़ताल की जाएगी, उसके बाद ही मतगणना होगी। इधर दिलीप कुमार ने कहा कि छात्रा की पड़ताल में गड़बड़ी हुई तो मतगणना नहीं होने दी जाएगी। वहीं, मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि वोटर गलत निकला तो वोटिंग कैंसिल कर दी जाएगी।

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