37 दिनों में सदर प्रखंड के तीन गांवों में अतिक्रमणकारियों ने किया जमीन पर कब्जा

बेगूसराय। वनद्वार, चेरिया मानिकपुर और बांक (डंडारी) के पीड़ित किसान अब पूछने लगे हैं कि उन्हें उनकी जमीन कब हासिल होगी। वे कहते हैं कि महादलित बनकर गरीब किसानों के जमीन पर कब्जा करने की हवा चली है। वे खुलेआम जमीन पर झोपड़ी बना गुंडागर्दी कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Feb 2019 04:09 PM (IST) Updated:Mon, 04 Feb 2019 04:09 PM (IST)
37 दिनों में सदर प्रखंड के तीन गांवों में अतिक्रमणकारियों ने किया जमीन पर कब्जा
37 दिनों में सदर प्रखंड के तीन गांवों में अतिक्रमणकारियों ने किया जमीन पर कब्जा

बेगूसराय। वनद्वार, चेरिया मानिकपुर और बांक (डंडारी) के पीड़ित किसान अब पूछने लगे हैं कि उन्हें उनकी जमीन कब हासिल होगी। वे कहते हैं कि महादलित बनकर गरीब किसानों के जमीन पर कब्जा करने की हवा चली है। वे खुलेआम जमीन पर झोपड़ी बना गुंडागर्दी कर रहे हैं। पिछले 37 दिन में सिर्फ सदर प्रखंड के तीन अलग-अलग पंचायतों में महादलितों द्वारा किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा जमाने की घटनाएं हुईं है। पहली घटना : नीमाचांदपुरा थाना क्षेत्र के वनद्वार में 26 दिसंबर 2018 को महादलितों ने लगभग नब्बे खेतिहर किसानों की लगभग सौ बीघे जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया। कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को महादलितों ने निशाना बनाकर हमला भी किया। इस घटना में पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए। बावजूद इसके जिला प्रशासन अब तक उक्त पूरी जमीन को खाली नहीं करवा पाई है।

दूसरी घटना : लगभग आठ दिन पूर्व नीमा चांदपुरा थाना क्षेत्र के कैथ पंचायत के चेरिया मानिकपुर स्थित गोशाला बहियार में घटी। अतिक्रमणकारियों ने किसानों की लगभग 20 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया। किसानों का आरोप है कि एक सप्ताह से पुलिस कप्तान नहीं मिल रहे हैं और न ही कोई पदाधिकारी किसानों के दर्द को सुनने को तैयार हैं।

तीसरी घटना : शहर से महज दो किलोमीटर दूर सदर प्रखंड के पहाड़चक में दलितों व महादलितों ने करीब ढाई एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया था। हालांकि यहां पर पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाई और जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करवाया।

बांक में सौ बीघा में जमा लिया कब्जा: करीब छह माह पूर्व डंडारी थाना क्षेत्र के बांक गांव में भी महादलितों ने लाल झंडा के सहयोग से किसानों के सौ बीघे से अधिक जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया था। उसे भी आज तक जिला प्रशासन मुक्त नहीं करवा पाई है।

कहते हैं अधिकारी : वनद्वार पंचायत में महादलितों द्वारा किए गए किसानों की जमीन पर अवैध कब्जे को बहुत जल्द हटाया जाएगा। किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करके झोपड़ी बना लेने से वह जमीन उसकी नहीं हो सकती। कहा कि इसमें सहयोग करने वालों को जेल भेज जाएगा।

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