भारत में रिकॉल हुईं अब तक की ये 6 बड़ी कारें
ऑटो एक्सपर्ट का मानना है कि कंपनियां सुरक्षा उपायों के लिए समय समय अपने ब्रांड्स को चेक करती रहती हैं। इसके पीछे कार कंपनियां ये संदेश
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। अक्सर कंपनियां नई-नई गाड़ियां लॉन्च करती हैं, उनकी बिक्री भी खूब होती है। लेकिन, कुछ समय बाद बिकी हुई गाड़ियों में कुछ खराबी का पता चलता है और ऐसे में उस मॉडल की सभी गाड़ियों को रिकॉल करना पड़ता है। कंपनी रिकॉल की हुई गाड़ी में आई खराबी को मुफ्त में ठीक करती है फिर उन्हें वापस कस्टमर्स को दिया जाता है। इस पर ऑटो एक्सपर्ट का मानना है कि कंपनियां सुरक्षा उपायों के लिए समय समय अपने ब्रांड्स को चेक करती रहती हैं। इसके पीछे कार कंपनियां ये संदेश देने की कोशिश करती हैं कि वो ग्राहकों को लेकर संवेदनशील हैं। हम इस रिपोर्ट में ऐसे ही कुछ बड़े ब्रांड की गाड़ियों को बारे में बता रहे हैं जिन्हें भारत में रिकॉल किया जा चुका है।
जीप कंपास
साल 2017 में ही फिएट ग्रुप ने भारत में जीप कंपास को लॉन्च किया, अपनी लॉन्चिंग के बाद ही इस गाड़ी को ग्राहकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला। लेकिन, कंपास के लॉन्च के कुछ समय बाद ही इसकी 1200 यूनिट्स के पैसेंजर एयरबैग में खराबी पाई गई जिसकी वजह से कंपनी ने भारत में जितनी भी कंपास की डिलीवरी हुई उन सभी को रिकॉल किया। कंपनी ने खराब एयरबैग को फ्री में बदल दिया और इसके लिए ग्राहकों से कोई शुल्क नहीं लिया। मेड इन इंडिया जीप कम्पास की कीमत 14.95 लाख रूपए से शुरू होती है।
मारुति डिजायर
साल 2017 में मारुति सुजुकी ने अपनी फेसलिफ्ट डिजायर को लॉन्च किया और ग्राहकों की लाइन लग गई इसे खरीदने के लिए। लेकिन निराशा तब हाथ लगी जब मारुति सुजुकी ने नई डिजायर की 21,494 यूनिट्स को रिकॉल कर दिया। नई डिजायर के रियर-व्हील हब में खराबी के चलते कंपनी ने 23 फरवरी 2017 से लेकर 10 जुलाई 2017 के बीच गाड़ियों को रिकॉल किया था।
फॉक्सवैगन
दिसंबर 2015 में ग्रुप ने भारत में अपनी कुल 3.4 लाख गाड़ियों को रिकॉल किया था जो 2008 से नवंबर 2015 के बीच बेची गई थीं। इन गाड़ियों में ऑडी, फॉक्सवैगन और स्कोडा ब्रैंड्स की अलग-अलग कार्स शामिल थीं। इन वाहनों में उत्सर्जन मानकों को चकमा देने वाले उपकरण लगे थे।
मारुति सुजुकी Swift और Baleno
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने Swift और Baleno में आई खराबी के लिए इन्हें रिकॉल किया था। इन गाड़ियों में ब्रेक वेक्यूम होज़ में खराबी आई थी। इन गाड़ियों को 1 दिसंबर 2017 से 16 मार्च 2018 के बीच तैयार किया गया था।
होंडा
होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) ने अपनी लगभग 2.24 लाख गाड़ियों को एयरबैग्स में खराबी के चलते रिकॉल किया था। इन गाड़ियों में कंपनी की सीआर-वी, सिविक, सिटी और जैज शामिल थे। खराब एयरबैग्स वाली यह गाड़ियां 2003-2012 के बीच बनी थीं। होंडा के कार के एयरबैग में खराबी आई थी।
होंडा अमेज
होंडा कार्स इंडिया ने नई जनरेशन अमेज को लॉन्च करने के बाद उन्हें रिकॉल किया। होंडा अमेज की कुल 7,290 यूनिट्स में खराबी पाई गई। इस कार के EPS (इलेक्ट्रिक असिस्ट पावर स्टेयरिंग सिस्टम) में खराबी पाई गई जिसकी वजह से कार का स्टेयरिंग हैवी लगने लगा। जिन कार्स को रिकॉल करना पड़ा उनका प्रोडक्शन अप्रैल 2018 से 24 मई 2018 के बीच हुआ था। कंपनी जांच के बाद जरूरत पड़ने पर EPS कॉलम यूनिट को बिना किसी अतिरिक्त चार्ज रिप्लेस करेगी।