लगातार मजबूत हो रहा ईवी चार्जिंग का नेटवर्क, ये कंपनी करने जा रही करोड़ों का निवेश
देश में लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों का कारोबार बढ़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए देश की Charge Plus Zone ने बड़ी योजना बनाते हुए फंडिंग जुटाई है। क्या है पूरी खबर यहां जान लीजिए। ( फाइल फोटो)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अगर आपके पास कोई Electric car है या फिर आप इसे लेने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। आने वाले समय में देश का ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर दुरुस्त होने जा रहा है। हाल ही में भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग कंपनी CHARGE+ZONE अपना दायरा बढ़ाने जा रही। हाल ही में कंपनी ने 5.4 करोड़ डॉलर (450 करोड़ रुपये) रुपए की फंडिंग जुटाने की घोषणा की है। CHARGE+ZONE को उम्मीद है कि आने वाले 4-5 वर्षों में इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर सेगमेंट में महत्वपूर्ण वृद्धि होने जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए CHARGE+ZONE में इतना इन्वेस्टमेट किया गया है। क्या है पूरी खबर, आइए आपको आसान भाषा में समझाते हैं।
CHARGE+ZONE को मिली बड़ी फंडिंग
इस इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग कंपनी को ब्लूऑर्चर्ड फाइनेंस की अगुवाई वाले सीरीज ए1 फंडिंग राउंड में 5.4 करोड़ डॉलर (450 करोड़ रुपये) मिले हैं। इस राशि में 8 मिलियन अमरीकी डालर का ऋण निवेश ब्लूऑर्चर्ड द्वारा प्रबंधित एक बुनियादी ढांचा रणनीति से है। कंपनी की योजना है कि 2023-2024 के दौरान 75 से 100 मिलियन अमरीकी डालर की फंडिंग जुटाई जाएगी।
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का होगा विस्तार
CHARGE+ZONE भारत में अपने चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करने जा रही है। इसका सीधा लाभ इलेक्ट्रिक वाहन के मालिकों को मिलेगा। कंपनी का कहना है कि उसका उद्देश्य 2025 तक 3,000 हाई-स्पीड डीसी चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण करना है। इसमें ईवी कारों, बसों और ट्रकों सहित निजी ईवी सेगमेंट के वाहन चार्जरों को शामिल किया जाएगा। कंपनी ने कहा कि वो 1,130 ई-बसों और ई-ट्रकों के साथ-साथ 1,250 से अधिक ई-कार को अपनी फ्लीट में शामिल करेगी। साथ ही CHARGE+ZONE कुल 286 चार्जिंग स्टेशनों को तत्काल प्रभाव से रोलआउट करने की योजना बना रही है। इन चार्जिंग स्टेशनों को देश के कुल 37 शहरों में लगाया जाएगा जो लगभग 10 हजार किलोमीटर हाई-वे को कवर करेंगे।