डेटिंग-कमिटमेंट या सिचुएनशिप? Relationship Types को समझें और जानें किस कैटेगरी में आता है आपका रिश्ता
प्यार एक खूबसूरत एहसास है। ये सभी के लिए अलग-अलग तरीकों से मायने रखता है। सच्चा प्यार आपके लिए मोटिवेशन हो सकता है। हालांकि आजकल सच्चा प्यार कम ही देखने को मिलता है। अब रिश्ते भी कई तरह के हो गए हैं। आज हम आपको छह तरह के रिश्तों (Relationship Types) के बारे में बताने जा रहे हैं। इससे आप पहचान सकते हैं कि आप किस रिलेशन में हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कोई भी रिश्ता बेहद खूबसूरत हो जाता है जब उसमें आपसी समझ, सम्मान और विश्वास बना रहे। कोई भी रिश्ता विश्वास की नींव पर ही टिका होता है। रिलेशनशिप सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि दो लोगों के बीच के जुड़ाव और भावनाओं को दर्शाता है। हर रिश्ता अलग होता है और सभी की जरूरतें, सोच और अनुभव भी अलग होते हैं। कुछ रिश्ते प्यार और कमिटमेंट से भरे होते हैं। तो कुछ में सिर्फ दोस्ती और समझदारी होती है।
कई बार हम किसी रिश्ते में होते हैं, लेकिन हमें यह समझ नहीं आता कि हमारा रिश्ता किस कैटेगरी में आता है। रिलेशनशिप एक नहीं बल्कि कई प्रकार के होते हैं जैसे- रोमांटिक, कैजुअल, लॉन्ग-डिस्टेंस (Commitment vs Situationship), कोडिपेंडेंट, ओपन रिलेशनशिप और Situationship। हर रिश्ता अपने नियमों और सीमाओं के साथ आता है, जिन्हें समझना बेहद जरूरी होता है। किसी भी रिश्ते में जाने से पहले हमें खुद से कुछ अहम सवाल पूछ लेने चाहिए जिनमें ये सवाल कुछ अहम हैं। जैसे- क्या यह रिश्ता हमें खुशी दे रहा है? इसमें हमारी जरूरतों का सम्मान हो रहा है? हम इसमें सुरक्षित महसूस कर रहे हैं?
अगर आप भी किसी रिश्ते में हैं या किसी नए रिश्ते (Dating vs Situationship) की शुरुआत कर रहे हैं, तो पहले इसके प्रकार को समझें और खुद से सही सवाल पूछें। इससे आपको अपने रिश्ते को बेहतर ढंग से समझने और सही फैसले लेने में मदद मिलेगी। आज हम आपको टाइप ऑफ रिलेशनशिप्स (Relationship Types) के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
डेटिंग
यह कमिटेड रिलेशनशिप की कैटेगरी में नहीं आता है। डेटिंग में बस एक दूसरे को समझने के लिए लोग करीब आते हैं। एक दूसरे के साथ समय बिताना, उस एक पल को एंजॉय करना, रोमांस करना ही डेटिंग का मकसद होता है। इसमें एक दूसरे के लिए कमिटमेंट जैसी चीजें मायने नहीं रखती हैं।
कमिटेड रिलेशनशिप
एक लॉन्ग टर्म रोमांटिक रिलेशनशिप जिसमें कपल एक दूसरे के साथ वफादारी का वादा करते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो डेटिंग के बाद का अगला चरण कमिटेड रिलेशनशिप है, क्योंकि इसमें दोनों रिश्ते को लेकर सीरियस होते है।
कैजुअल रिलेशनशिप
कैजुअल रिलेशनशिप में कपल्स के बीच बात भी होगी, दोनों एक दूसरे के साथ टाइम भी स्पेंड करेंगे। रोमांस भी होगा। हालांकि इसमें कोई भी एक दूसरे से किसी भी तरह की उम्मीद नहीं करेगा। ये रिलेशनशिप कितने समय तक चलेगा इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है। कुल मिलाकर ये कपल्स की बॉन्डिंग पर निर्भर करता है।
सिचुएशनशिप
आज Gen-Z में सिचुएशनशिप का क्रेज बढ़ता जा रहा है। सिचुएशनशिप में कमिटेड रिलेशनशिप और कैजुअल रिलेशनशिप जैसी सारी चीजें होती हैं। जैसे राेमांस, टाइम स्पेंड करना, बातें करना, घूमना-फिरना सब कुछ होता है। बस कमिटमेंट नहीं होता है। इसमें दोनाें एक दूसरे के साथ एक सिचुएशन में होते हैं। इस रिश्ते की उम्र की भी कोई गारंटी नहीं होती है।
कैजुअल सेक्स
अगर आप केवल सेक्स के लिए कोई रिश्ता रख रहे हैं ताे यह Casual Relationship कहलाता है। इसमें फीलिंग्स की काेई जगह नहीं होती है। इसमें कपल के बीच कोई इमोशनल कनेक्शन नहीं होता है।
एथिकल नॉन मोनोगेमी
इस रिश्ते में लड़का-लड़की अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आते हैं। इस तरीके के रिलेशनशिप में लड़का-लड़की अपने पार्टनर के साथ पारदर्शिता, ईमानदारी और सहमति से दूसरे लोगों के साथ भी रोमांटिक और यौन संबंध बनाते हैं। इसमें दोनों की रजामंदी भी होती है। कोई कमिटमेंट नहीं होता है।
अब आप इन बातों काे समझकर अंदाजा लगा सकते हैं कि आप अपने पार्टनर के साथ किस तरह के रिलेशनशिप में हैं। ध्यान रखें कि आप जो भी करें उसमें दोनों की पूरी सहमति हो।
यह भी पढ़ें: Gen-Z का नया रिलेशनशिप ट्रेंड है Situationship, कमिटमेंट-टेंशन का चांस ही नहीं; क्यों हो रहा इतना पॉपुलर?
यह भी पढ़ें: कभी भी इन बातों को न शेयर करें महिलाएं, वरना खराब हो सकती है इमेज और टूट सकते हैं रिश्ते
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।