लड़कों के लिए आसान नहीं होता है शादी का पहला साल, चेहरे पर शिकन लाए बिना झेलते हैं कई सारे दबाव
शादी महिलाओं के साथ पुरुषों की जिंदगी में भी कई बदलाव लाती है। शादी के पहले साल पुरुषों को नए रिश्तों को समझना होता है और अपनी पुरानी पहचान को नए सिरे से गढ़ना होता है। ऐसे में सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी कई तरह की चुनौतियों (First Year Marriage Struggles For Men) का सामना करते हैं और अपनी भावनाओं को बयां करने में अक्सर असमर्थ होते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हम अक्सर सुनते हैं कि शादी के बाद महिलाओं का जीवन पूरी तरह बदल जाता है। शादी के पहले साल (First Year of Marriage) उन्हें नए घर के रीति-रिवाजों को अपनाना होता है और कई बदलावों के साथ तालमेल बिठाना होता है, लेकिन आपको बता दें कि यह बात सिर्फ महिलाओं पर ही लागू नहीं होती। पुरुष भी शादी के पहले साल कुछ अंदरूनी तूफानों (First Year Marriage Struggles For Men) से गुजरते हैं। उन्हें भी नए रिश्तों को समझना होता है और अपनी पुरानी जिंदगी को नए ढांचे में ढालना होता है। कई बार वे अपनी इन भावनाओं को किसी के साथ शेयर नहीं कर पाते, जिससे वे और भी अकेलापन महसूस करते हैं। आइए इस आर्टिकल में ऐसी ही कुछ चुनौतियों (How Men Handle First Year Marrige Pressure) के बारे में जानते हैं जो शादी के पहले साल आमतौर पर हर पुरुष को झेलनी पड़ती हैं और वो भी बिना जाहिर किए।
आर्थिक तंगी
सिंगल लाइफ में, खर्चों को मैनेज करना आसान लगता है, लेकिन शादी के बाद एक पुरुष के कंधों पर न सिर्फ अपनी, बल्कि अपनी पत्नी की जिम्मेदारी भी आ जाती है। ये अचानक बढ़ा हुआ दायित्व, खासकर आर्थिक रूप से कई पुरुषों के लिए एक बड़ा झटका होता है। इस मॉडर्न लाइफस्टाइल में शादी के पहले साल अपनी पसंद के साथ-साथ अपनी पत्नी की इच्छाओं को भी पूरा करने की चाहत उन्हें कई बार आर्थिक तंगी में डाल देती है, जिसे वे अक्सर दूसरों से छिपाते हैं।
यह भी पढ़ें- बात-बात पर ताने और घड़ी-घड़ी शक, हर पति के लिए सिरदर्द बन जाती हैं पत्नियों की 4 आदतें
सास-बहू के रिश्ते
शादी के बाद एक लड़की का जीवन पूरी तरह बदल जाता है। उसे न सिर्फ अपने पति के साथ एक नया जीवन शुरू करना होता है बल्कि उसके परिवार के साथ भी तालमेल बिठाना होता है। सास-ससुर के साथ संबंध बनाने में कई बार मुश्किलें आती हैं। इस स्थिति में पति अक्सर दोनों के बीच फंस जाता है। उसे अपनी मां और पत्नी, दोनों की भावनाओं का ख्याल रखना होता है जो कि बहुत मुश्किल होता है।
पर्सनल स्पेस की कमी
शादी से पहले पुरुषों के पास अपनी पसंद के मुताबिक समय बिताने की पूरी आजादी होती है। वे अपने दोस्तों के साथ घूम सकते हैं, अपने शौक पूरा कर सकते हैं और बिना किसी रुकावट के अपना जीवन जी सकते हैं, लेकिन शादी के बाद उन्हें अपनी पत्नी के साथ तालमेल बिठाना होता है, परिवार की जिम्मेदारियां निभानी होती हैं और अक्सर अपने पर्सनल टाइम को छोड़ना पड़ता है। इस बदलाव के कारण, कई पुरुषों को ऐसा लगता है कि उनके पास खुद के लिए पर्सनल स्पेस नहीं बचा है, जिससे वे अक्सर परेशान और निराश रहते हैं।
एक-दूसरे को समझना
हर शादीशुदा कपल एक-दूसरे के साथ खुलकर बात करना चाहता है, लेकिन कई बार पुरुषों को लगता है कि अपनी बात रखने से उनकी पत्नी नाराज हो सकती हैं। इससे दोनों के बीच दूरियां बढ़ सकती हैं। याद रखें, एक मजबूत रिश्ते की नींव खुली बातचीत, विश्वास और सम्मान पर टिकी होती है। शादी के बाद, आपकी पत्नी आपकी लाइफ का सबसे जरूरी हिस्सा बन जाती है। उन्हें समझने की कोशिश करें और उनके साथ खुलकर बातचीत करें, जिससे आपका रिश्ता और भी मजबूत होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।