Parenting Tips: बच्चों को बनाना है स्मार्ट और कॉन्फीडेंट, तो अपनाएं ये अमेजिंग टिप्स
बच्चों के सही विकास के लिए उनकी परवरिश सही होना बेहद जरूरी है। सही विकास और परवरिश उन्हें आगे बढ़ने और आत्मविश्वासी बनने में मदद करती है। बच्चों को स्मार्ट बनाने में पेरेंट्स का अहम योगदार रहता है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को आत्मविश्वासी बनाने के लिए पेरेंट्स सही कदम उठाए। आप भी कुछ टिप्स की मदद से अपने बच्चों को कॉन्फिडेंट बना सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Parenting Tips: कॉन्फिडेंट बच्चे खुद के लिए निर्णय लेने में जरा भी देर नहीं लगाते। बच्चों के डेवलपमेंट में उनके पेरेंट्स का पूरा हाथ होता है। अपने बच्चों के लिए खुद को अच्छा रोल मॉडल बनाकर उनका कॉन्फिडेंस बढ़ाने में मदद करना हम पेरेंट्स का ही तो काम है। इससे न सिर्फ उनका फ्यूचर ब्राइट होता है, बल्कि उनका वर्तमान भी बेहतरीन हो जाता है।
कुछ बच्चे हमेशा स्ट्रेस में रहते हैं, जो किसी भी काम को करने में सक्षम नहीं हो पाते।इसके पीछे उनके घर के वातावरण का असर माना जाता है। घरेलू वातावरण का बच्चों के डेवलपमेंट पर भी असर करता है। इसलिए ऐसे में घर का वातावरण हमेशा हंसी खुशी का होना चाहिए और बच्चों के किए गए कामों को प्रोत्साहन देना चाहिए। उनके मनोबल को बढ़ाना चाहिए, जिससे वे आत्मविश्वासी बने। ऐसे में जानते हैं कुछ ऐसी टिप्स के बारे में, जो आपके बच्चों को स्मार्ट और कॉन्फिडेंट बनाने में मदद करते हैं।
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हमेशा पॉजिटिव रहें
किसी भी तरह की सफलता के पीछे हमारी पॉजिटिविटी का ही हाथ होता है। ऐसे में अपने बच्चों को हमेशा सकारात्मक बने रहने की प्रेरणा दें और उनके सकारात्मक कार्यों के असफल होने पर भी उन्हें प्रोत्साहित करें और बताएं कि हार और जीत जिंदगी का ही हिस्सा है और इससे सीख लेना चाहिए।
बच्चों को उनके विचारों को समझने में मदद करें
बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनके अंदर आत्म-निरीक्षण की भावना पैदा करनी चाहिए। इसके लिए हमें उनके विचारों और शक्तियों को समझने में मदद करनी होगी। इसके लिए आप उन्हें ॐ मंत्र का जाप करना सिखाएं और साथ में मेडिटेशन भी।
ईश्वर क्या है ये बताएं
बच्चों को अपने जीवन मूल्यों को समझने और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाने के लिए सबसे पहले ईश्वर क्या है ये जरूर बताएं। ईश्वर की शक्ति और उन पर विश्वास की भावना को जगाएं।
आध्यात्म से परिचय कराएं
बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को और भी अधिक लचीला बनाए रखने के लिए उनका आध्यात्मिक विकास जरूरी है। इससे बच्चों में विचार शक्ति का विकास होता है, जो उन्हें सही-गलत में अंतर को समझने में मदद करता है, जिससे उनमें निर्णय लेने की शक्ति का विकास होता है।
बच्चों तुम अपना बेस्ट दो
बच्चों में अपना बेस्ट करने की भावना को प्रोत्साहित करें। उन्हें बताएं कि वह जो कर रहे हैं, उसमें अपना सर्वोच्च दें। सफलता मिलेगी या नहीं इसकी चिंता न करें। जीवन में हर चीज के लिए तैयार रहे और जो भी कर रहे हो उसे सफलता में बदलकर ही दम लो।
ध्यान केंद्रित करना और अभ्यास सिखाएं
किसी भी काम पर फोकस करना और फिर सफलता के लिए अभ्यास बच्चों को आत्मविश्वासी बनाने में मदद करता है और साथ ही निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है। इसलिए बच्चों को अभ्यास की आदत जरूर डालें और फोकस करना सिखाएं।
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