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    बच्चों की देखभाल करना बन रहा है तनाव की वजह, Parenting Stress हैंडल करने के लिए आजमाएं ये 10 टिप्स

    बच्चों की सही देखभाल और परवरिश करना कोई आसान काम नहीं है। उस पर बढ़ती महंगाई इस दबाव को और भी बढ़ा रही है। इन वजहों से अक्सर माता-पिता काफी तनाव में आ जाते हैं। इसे पेरेंटल स्ट्रेस कहा जाता है। पेरेंटल स्ट्रेस की वजह से माता-पिता की मेंटल हेल्थ प्रभावित हो सकती है। इसे मैनेज करने के लिए कुछ टिप्स (Stress-Free Parenting Tips) ट्राई कर सकते हैं।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Thu, 06 Feb 2025 01:32 PM (IST)
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    पेरेंटिंग स्ट्रेस से निपटने के लिए आजमाएं ये टिप्स (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पेरेंटिंग एक सुखद अनुभव होने के साथ-साथ चुनौतीपूर्ण भी होता है। बच्चों की देखभाल, उनकी जरूरतों को पूरा करना और उन्हें सही दिशा दिखाने की जिम्मेदारी अक्सर पेरेंट्स के लिए तनाव (Parenting Stress) का कारण बन सकती है।

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    हालांकि, कुछ आसान तरीकों (Stress-Free Parenting Tips) से पेरेंटिंग स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। आइए जानें पेरेंटिंग स्ट्रेस को कम करने के लिए कुछ कारगर टिप्स (Effective Parenting Tips)।

    रियलिस्टिक उम्मीदें रखें

    अक्सर माता-पिता खुद पर बहुत ज्यादा प्रेशर डाल देते हैं कि उन्हें अपने बच्चे के लिए सबकुछ परफेक्ट करना है। साथ ही, वे अक्सर अपने बच्चों से भी बहुत ज्यादा उम्मीदें रखते हैं, जो तनाव का कारण बन सकता है। यह समझना जरूरी है कि हर बच्चा अलग होता है और उसकी अपनी गति और क्षमता होती है। बच्चों को उनकी रुचि और क्षमता के अनुसार आगे बढ़ने दें। रियलिस्टिक गोल्स तय करने से आप और आपके बच्चे दोनों को तनाव कम होगा।

    टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें

    पेरेंटिंग के साथ-साथ काम, घर और पर्सनल लाइफ को बैलेंस करना मुश्किल हो सकता है। एक रूटीन बनाएं और समय का सही मैनेजमेंट करें। बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए नियमित रूप से समय निकालें। इससे आपका तनाव कम होगा और बच्चों को भी आपका साथ महसूस होगा।

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    खुद की देखभाल करें

    माता-पिता होने के नाते अक्सर हम अपनी जरूरतों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह जरूरी है कि आप अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का ध्यान रखें। नियमित एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट और पूरी नींद लेना आपके तनाव को कम करने में मदद करेगा। जब आप खुश और स्वस्थ होंगे, तो बच्चों की देखभाल भी बेहतर तरीके से कर पाएंगे।

    मदद लेने में संकोच न करें

    पेरेंटिंग एक टीम वर्क है। अगर आपको लगता है कि आप अकेले सब कुछ संभाल नहीं पा रहे हैं, तो परिवार या दोस्तों से मदद लेने में संकोच न करें। कभी-कभी बच्चों की देखभाल के लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह लेना भी फायदेमंद हो सकता है। मदद लेने से आपका बोझ कम होगा और आप बेहतर तरीके से पेरेंटिंग कर पाएंगे।

    बच्चों के साथ बातचीत करते रहें

    बच्चों के साथ खुलकर बातचीत करना जरूरी है। उनकी भावनाओं और विचारों को समझने की कोशिश करें। जब बच्चे अपनी बात कह पाएंगे, तो उनके व्यवहार में सुधार होगा और आपका तनाव भी कम होगा। बातचीत से आपसी रिश्ता मजबूत होता है और पेरेंटिंग आसान बन जाती है।

    अपने लिए समय निकालें

    पेरेंटिंग के बीच अपने लिए भी समय निकालना जरूरी है। अपनी पसंद की एक्टिविटीज में शामिल होकर या कुछ समय अकेले बिताकर आप अपने मन को शांत कर सकते हैं। यह आपको स्ट्रेस-फ्री और एनर्जेटिक बनाए रखेगा।

    गलतियों से सीखें

    पेरेंटिंग में गलतियां होना स्वाभाविक है। खुद को हर चीज के लिए दोषी महसूस करने के बजाय, गलतियों से सीखें और आगे बढ़ें। यह सोचकर कि आप सब कुछ सही करेंगे, केवल तनाव बढ़ाएगा। बच्चों के साथ रिश्ते को बेहतर बनाने पर ध्यान दें।

    मेडिटेशन और योग की मदद लें

    तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन और योग बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। रोजाना कुछ मिनट मेडिटेशन करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

    बच्चों की उम्र के अनुसार व्यवहार करें

    हर उम्र के बच्चों की अलग जरूरतें होती हैं। छोटे बच्चों को ज्यादा देखभाल और ध्यान की जरूरत होती है, जबकि टीनेज में बच्चों को स्वतंत्रता और समझदारी से हैंडल करने की जरूरत होती है। बच्चों की उम्र के अनुसार उनके साथ व्यवहार करने से तनाव कम होगा।

    पॉजिटिव सोच बनाए रखें

    पेरेंटिंग के दौरान नेगेटिव विचार आना स्वाभाविक है, लेकिन पॉजिटिव सोच बनाए रखना जरूरी है। बच्चों के साथ बिताए गए छोटे-छोटे पलों का आनंद लें और उनकी उपलब्धियों पर गर्व करें। पॉजिटिव सोच आपके तनाव को कम करेगी और पेरेंटिंग को सुखद बनाएगी।

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