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    आप दोनों के बीच प्यार है या सिर्फ Trauma Bonding? 5 संकेतों से वक्त रहते करें पता

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 11:11 AM (IST)

    क्या आपका रिश्ता प्यार पर टिका है या सिर्फ दर्द भरे अनुभवों के कारण आप दोनों एक-दूसरे से जुड़े हैं? कई बार हम Trauma Bonding को ही सच्चा प्यार समझ बैठते हैं। ट्रॉमा-बॉन्डिंग तब होती है जब दो लोग किसी दुखद या खराब एक्सपीरिएंस से गुजरते हैं और उसी दर्द के कारण एक-दूसरे के करीब आते हैं। यह एक भावनात्मक जाल हो सकता है जिससे बाहर निकलना मुश्किल होता है।

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    क्या आपका रिश्ता प्यार का है या ट्रॉमा-बॉन्डिंग का? ऐसे करें पता (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप जानते हैं, जो रिश्ता आपको दुनिया से सबसे ज्यादा सिक्योर फील होना चाहिए, वही कभी-कभी सबसे ज्यादा दर्द की वजह बन जाता है? यह सिर्फ प्यार नहीं, एक भावनात्मक उलझन हो सकती है जिसे 'ट्रॉमा-बॉन्डिंग' कहते हैं। यह तब होता है जब दो लोग किसी दुखद अनुभव से गुज़रते हैं और उसी दर्द के धागे उन्हें एक-दूसरे से जोड़ लेते हैं। बाहर से यह प्यार लग सकता है, लेकिन अंदर ही अंदर यह रिश्ता आपको कमजोर करता रहता है। आइए, इस आर्टिकल में आपको बताते हैं इससे जुड़े 5 संकेत (Trauma Bonding Signs)।

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    हमेशा रहती है उथल-पुथल

    एक हेल्दी रिश्ते में सुकून और सुरक्षा महसूस होती है, लेकिन अगर आपके रिश्ते में हमेशा लड़ाई-झगड़ा, मन-मुटाव या इमोशनल ड्रामा बना रहता है, तो यह ट्रॉमा-बॉन्डिंग का संकेत हो सकता है। आप दोनों दर्द से गुजरते हैं और फिर एक-दूसरे को माफ करके फिर से उसी चक्र में फंस जाते हैं।

    एक-दूसरे से अलग होने का डर

    अगर आपको लगता है कि इस इंसान के बिना आप अधूरे हैं या अकेलेपन का डर आपको इस रिश्ते में बांधे रखता है, तो यह प्यार नहीं है। ट्रॉमा-बॉन्डिंग में व्यक्ति दूसरे पर भावनात्मक रूप से इतना निर्भर हो जाता है कि वह उससे दूर होने की कल्पना भी नहीं कर पाता, भले ही रिश्ता जहरीला हो।

    कमियों को भी ठहराते हैं सही

    जब कोई पार्टनर आपको दुख पहुंचाता है और आप उसकी गलतियों को माफ करने के लिए कोई न कोई बहाना ढूंढ लेते हैं, तो यह एक बड़ा संकेत है। जैसे, "वह ऐसा इसलिए करता है क्योंकि उसका बचपन अच्छा नहीं था।" प्यार में आप समस्याओं को सुलझाते हैं, न कि उन्हें सही ठहराते हैं।

    खुशी से ज्यादा दर्द का एहसास

    अगर आप अपने रिश्ते में सुखद पलों से ज्यादा दुखद पलों को याद करते हैं, तो यह सोचने वाली बात है। ट्रॉमा-बॉन्डिंग वाले रिश्तों में दुख, असुरक्षा और मानसिक तनाव आम बात होती है, जबकि प्यार में आपसी समझ और खुशी का माहौल होता है।

    दूसरों से दूरी बनाना

    क्या आप इस रिश्ते की वजह से अपने दोस्तों या परिवार से दूर हो रहे हैं? कई बार ट्रॉमा-बॉन्डिंग में पार्टनर आपको दूसरों से दूर कर देते हैं या आप खुद ही अलग हो जाते हैं क्योंकि आपको लगता है कि कोई भी आपके रिश्ते को नहीं समझेगा। एक सच्चा रिश्ता आपको अपनों से जोड़ता है, न कि दूर करता है।

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