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    World Refrigeration Day: फ्रिज सही तरीके से काम करता रहे, इसके लिए इन बातों का रखें ध्यान

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Mon, 26 Jun 2023 08:56 PM (IST)

    World Refrigeration Day स्मार्ट सुविधाओं को अपनाकर स्टोरेज को अनुकूलित करके और उन्नत प्रिज़र्वेशन प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाकर आप फ्रिज का ज़्यादा से ज़् ...और पढ़ें

    World Refrigeration Day: फ्रिज अच्छे से काम करता रहे इसके लिए इन बातों पर करें गौर

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Refrigeration Day: 19 वीं सदी में रेफ्रिजरेटर का आविष्कार हुआ और तब से लेकर आज तक रेफ्रिजरेशन प्रौद्योगिकी में काफी बदलाव आए हैं। आज के दौर में हर आधुनिक घर के लिए रेफ्रिजरेटर एक अत्यावश्यक घरेलू उपकरण बन गया है। स्मार्ट रेफ्रिजरेटर्स से लेकर कॉम्पैक्ट मॉडल्स तक रेफ्रिजरेटर मार्केट लगातार बढ़ता जा रहा है और रेफ्रिजरेशन प्रौद्योगिकी के अनुकूलतम उपयोग के लिए इन नए ट्रेंड्स की जानकारी रखना बहुत ज़रूरी है। आजकल मार्केट में रेफ्रिजरेटर्स के कई सारे विकल्प उपलब्ध हैं। एक या दो डोअर्स के कूलिंग रेफ्रिजरेटर्स, टॉप-माउंटेड या बॉटम-माउंटेड फ्रीज़र्स और फ्रेंच डोअर्स वाले रेफ्रिजरेटर्स ऐसे कई प्रकार इनमें शामिल हैं। रेफ्रिजरेटर्स की स्टोरेज क्षमता और आकार, डीफ्रॉस्टिंग का तरीका, एनर्जी रेटिंग, कॉम्प्रेसर का प्रकार और सप्लीमेंटल विशेषताएं जैसे कि, वॉटर/आइस डिस्पेंसर्स, एडजस्टेबल शेल्विंग, कन्वर्टिबल फ्रिज, वोल्टेज स्टेबिलाइज़र और ड्यूरेबल ग्लास शेल्व्ज़ आदि कई बातों पर आधारित ट्रेंड्स भी मार्केट में उपलब्ध हैं।

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    यहां हम आपको वो सारी जानकारी दे रहे है जो रेफ्रिजरेटर और उसके अनुकूलतम उपयोग के लिए आपको पता होनी चाहिए।

    स्मार्ट रेफ्रिजरेटर्स रेफ्रिजरेशन प्रौद्योगिकी का भविष्य हैं। उनमें टच स्क्रीन, कैमरा और वॉइस-एक्टिवेटेड कंट्रोल्स जैसी कई सारी आधुनिक विशेषताएं होती हैं। इन विशेषताओं का लाभ उठाकर आप अपने रेफ्रिजरेटर को दूर से भी कंट्रोल और मॉनिटर कर सकते हैं, उनमें रखे गए खाने की एक्सपायरी डेट्स ट्रैक कर सकते हैं और ग्रोसरी के लिए पहले से ऑर्डर भी देकर रख सकते हैं।

    बिजली की बचत: रेफ्रिजरेशन प्रौद्योगिकी में ऊर्जा दक्षता को आवश्यक माना जाने लगा है। आधुनिक रेफ्रिजरेटर में वैरिएबल-स्पीड कंप्रेसर, एक्टिव फ्रेश ब्लू लाइट और एनर्जी-सेविंग मोड आदि सुविधाएं होती हैं। इससे बिजली की खपत काफी कम हो जाती है। ऊर्जा-कुशल रेफ्रिजरेटर में निवेश करके, आप अपने रेफ्रिजरेटर के उपयोग को अनुकूलित करते हुए बिजली बिल में बचत कर सकते हैं।

    अनुकूलनशीलता को रेफ्रिजरेशन प्रौद्योगिकी में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। आधुनिक रेफ्रिजरेटर्स में एडजस्टेबल शेल्व्ज़, डोर पॉकेट्स और ड्रावर आदि लचीली सुविधाएं आती हैं जिससे आप रेफ्रिजरेटर में चीज़ों को बहुत ही आसानी से और कुशलतापूर्वक रख सकते हैं। यह विशेषताएं आपको रेफ्रिजरेटर में अतिरिक्त जगह दिलाती हैं, आप इसमें कई खाने और कंटेनर्स रख सकते हैं और उसका ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग कर सकते हैं।

    डाउनसाइज़ कर रहे या जिनके पास सीमित जगह है ऐसे घरों में कॉम्पैक्ट रेफ्रिजरेटर काफी उपयुक्त साबित होते हैं। इन मिनी रेफ्रिजरेटर में स्वचालित डिफ्रॉस्ट, रिवर्सिबल दरवाजे और प्रोस्मार्ट इनवर्टर मोटर जैसी आधुनिक सुविधाएं होती हैं। बड़ी स्टोरेज क्षमता वाले कॉम्पैक्ट रेफ्रिजरेटर चुनकर, आप जगह की बचत करते हुए अपने रेफ्रिजरेटर का ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग कर सकते हैं।

    आधुनिक रेफ्रिजरेटर में उन्नत प्रिजर्वेशन प्रौद्योगिकियां होती हैं, जैसे कि आर्द्रता-नियंत्रित कम्पार्टमेंट्स, जो नमी के स्तर को सटीक बनाए रखते हैं। नियोफ्रॉस्ट डुअल कूलिंग जो दो अलग-अलग कूलिंग सर्किट के माध्यम से रेफ्रिजरेटर के अंदर ठंडी हवा का समान वितरण सुनिश्चित करता है, यहां तक कि सिस्टम जो फलों और सब्ज़ियों की पकने की प्रक्रिया को धीमा करके उनके पोषक तत्वों को संरक्षित करती हैं और उनके शेल्फ लाइफ को बढ़ाती हैं। उदाहरण के लिए, नाजुक उपज के लिए उच्च आर्द्रता स्तर लाभकारी होता है, जबकि मांस और सीफूड को कम तापमान की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त, कुछ रेफ्रिजरेटर्स में अनचाही बदबू फ़ैलाने वाले बैक्टीरिया, वायरस और पार्टिकल्स को बेअसर करने के लिए आईआर फिल्ट्रेशन और शुद्धिकरण प्रणाली होती हैं, इससे रेफ्रिजरेटर के अंदर प्राकृतिक ताज़गी बनी रहती है।

    आगे दी गयी सही प्लेसमेंट और आर्गेनाइज़ेशन तकनीकों को अपनाकर अपने रेफ्रिजरेटर का अनुकूलतम उपयोग कर सकते हैं।

    1. ऊर्जा की खपत में बचत करने के लिए

    रेफ्रिजरेटर को स्टोव और ओवन जैसे गर्मी पैदा करने वाली चीज़ों से दूर रखें। रेफ्रिजरेटर के चारों ओर पर्याप्त जगह छोड़ें जिससे हवा आने-जाने में कोई रूकावट न आए और रेफ्रिजरेटर की कूलिंग में सुधार हो सकें।

    2. रेफ्रिजरेशन के ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग के लिए

    रेफ्रिजरेटर में चीज़ों को ठीक से ऑर्गनाइज़ करें। स्टोरेज जगह का अधिकतम इस्तेमाल हो और क्लटर कम हो इसके लिए खाने की चीज़ों को कैटेगरीज़ में रखें। एक्सपायरी डेट्स को ट्रैक करने और खाने की बर्बादी से बचने के लिए लेबलिंग जैसे नुस्खें अपनाएं।

    आपका फ्रिज को बेहतर ढंग से काम करता रहें इसके लिए उसका रखरखाव करें, जिससे लंबे समय तक उसके मरम्मत की लागत को भी कम रखा जा सकता है। विशेषज्ञों की सलाह होती है कि साल में कम से कम एक बार फ्रिज के नीचे रेफ्रिजरेटर कॉइल्स को साफ करें (फ्रिज का प्लग निकालने के बाद कॉइल्स को सावधानीपूर्वक ब्रश या वैक्यूम करें)

    रेफ्रिजरेटर के तापमान को अनुकूलित करें। फ्रिज के लिए 4°C और फ्रीजर के लिए -18°C का तापमान पर्याप्त है।

    भरा हुआ फ्रिज खाली फ्रिज की तुलना में अधिक कुशलता से काम करता है, लेकिन फ्रिज को अधिक भरने से हवा के रास्तों में रूकावट आ सकती है। इससे फ्रिज को अधिक काम करना पड़ सकता है, जिससे वह बर्नआउट हो सकता है। एक्सपायर्ड खाने को फ्रिज से निकाल दें जिससे फ्रिज में पर्याप्त जगह हो सकें। ध्यान दें कि पानी, दूध आदि जैसी चीजें रखने से फ्रिज को तापमान बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

    (प्रसेनजीत बासु, हेड - मार्केटिंग, वोल्टबेक होम अप्लायंसेस प्राइवेट लिमिटेड से बातचीत पर आधारित)

    Pic credit- freepik