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World Bicycle Day 2020: जानें इस खास मौके पर इससे जुड़े कुछ मजेदार और रोचक तथ्य

World Bicycle Day 2020 हर साल 3 जून को वर्ल्ड साइकिल डे मनाया जाता है। इस मौके पर कई तरह के प्रोग्राम होते हैं। लेकिन आज हम यहां इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानेंगे।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 03:41 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 03:41 PM (IST)
World Bicycle Day 2020: जानें इस खास मौके पर इससे जुड़े कुछ मजेदार और रोचक तथ्य
World Bicycle Day 2020: जानें इस खास मौके पर इससे जुड़े कुछ मजेदार और रोचक तथ्य

भई World Bicycle Day पर आपने कब, कैसे और किसने की थी इसे मनाने की शुरूआत से लेकर साइकिल चलाने से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में बहुत कुछ जान लिया होगा, तो चलिए इसके साथ ही इस खास दिन के मौके पर इससे जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में भी जानते हैं।   

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1. नीदरलैंड एकमात्र ऐसा देश है जो जाना जाता है बतौर साइकिलों का देश। दरअसल नीदरलैंड में सबसे अधिक साइकिल कल्चर है। यहां की सबसे खास बात यहां के लोगों का साइकिल प्रेम है।

2. आपको मालूम है कि दुनिया में सबसे ज्यादा साइकिलें चाइना की सड़कों पर चलती हैं। यहां के हर एक घर में एक साइकिल के एवरेज में देश में 50 करोंड से ज्यादा साइकिलें हैं।

3. डेनमार्क के कोपेनहेगेन को सबसे अधिक साइकिल फ्रेंडली देश माना जाता है। इसे 'सिटी ऑफ साइक्लिस्ट' भी कहा जाता है। यहां की तकरीबन 52 प्रतिशत आबादी नियमित साइकिल चला रही है, यानी तेल की बढ़ती-घटती कीमत इन्हें परेशान नहीं करती।

4. लोग भले ही इसे पैसे और संसाधनों की बर्बादी बताएं लेकिन जापान दुनिया का पहला देश है, जिसने अपने यहां कई बड़े शहरों में साइकिलों को पार्क करने के लिए अंडरग्राउंड मल्टीस्टोरी ऑटोमेटिक पार्किंग सिस्टम लगाया हुआ है।

5. साइकिल के अविष्कार को जन्म दिया था साल 1817 में जर्मनी में बनी एक मैनुअल मशीन ड्रेजिन 'draisine' ने। जर्मनी के एक सरकारी कर्मचारी Karl von Drais ने इसका इजाद किया था। ये दो पहिए वाली बिना पैडल की साइकिल थी। ड्रेजिन को रोड पर चलाने के लिए पैरों से जमीन पर धक्का मारना होता था।

6. साइकिल को उसका यह नाम 1860 में फ्रांस मिला। 1840 तक साइकिल ऐसे ही पैर से धक्के मारकर चलती रही इसके बाद स्कॉटलैंड के एक लोहार कर्कपैट्रिक मैकमिलेन ने मॉर्डन फ्रेम मॉडल के साथ साइकिल का पहला मॉडल बनाया।7. दुनिया में हर साल 10 करोड़ साइकिलें बनाई और बेची जाती हैं। वैसे दुनिया की आबादी के लिहाज से साइकिलों की संख्या मोटर गाड़ियों की तुलना में लगातार कम हो रही है।

8. दुनिया में एक ऐसी भी साइकिल बनाई गई है, जो 20 मीटर लंबी है और इस पर एक साथ 35 लोग बैठ सकते हैं। भले ही इस साइकिल को बनाने वालों ने अपने दिमाग के सारे घोडे़ खोल दिए हों लेकिन दुनिया के सबसे बेवकूफी वाले आयडियाज की लिस्ट में ये साइकिल भी शामिल है।

9. आपको भले ही इसका अंदाजा हो या नहीं लेकिन दुनिया में अमेरिका ही ऐसा देश है जिसके लोग अपने आने जाने की कुल ट्रिप्स का केवल एक परसेंट साइकिल चलाकर पूरा करते हैं। इंडिया में ये आंकड़ा काफी ज्यादा है, लेकिन जैसे जैसे कार और बाइकों की संख्या बढ़ी है। यहां के शहरों से भी साइकिलें गायब होती जा रही हैं।

10. भले ही इंडिया में लोग साइकिल की बजाय कार में चलने को शान समझते हों लेकिन शहर की बिजी सड़कों पर चलाने और पार्क करने के मामले में साइकिल कार से बेहतर और आसान साबित होती है। मतलब ये है कि एक कार की जगह मे आप करीब 15 साइकिलों को पार्क कर सकते हैं।

11. साइकिल चलाना इसलिए भी मजेदार है, क्योंकि इसका मेंटीनेंस कराना भी बहुत आसान और कम खर्चीला है। रिकॉर्ड के मुताबिक एक कार की तुलना में साइकिल की सालाना मेंटीनेंस का खर्चा करीब 20 गुना कम होता है।

12. आपने भले ही एक ही तरह की साइकिल चलाई हो, लेकिन दुनिया में इतने टाइप और नामों वाली साइकिलें बनती हैं कि आप चौंक जाएंगे। वर्ल्ड में बनने वाली साइकिलों के पॉपुलर टाइप्स ये हैं। माउंटेन बाइक, हाइब्रिड साइकिल्स, क्रूजर बाइक्स, BMX बाइक्स, फोल्डिंग बाइक्स, टेंडेम बाइक्स। इनके अलावा और भी नाम हैं जिन्हें याद रखना मुश्किल है।


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