Professional Development Tips: वर्कप्लेस पर एम्प्लॉयज की इन चीज़ों को जरूर करें एप्रीशिएट, बढ़ता है मोटिवेशन
Professional Development Tips क्या आपके भी ऑफिस में ऐसे लोग हैं जो अपने काम को लेकर बहुत सीरियस रहते हैं हर काम जो आप देते हैं आपको समय से मिल जाता है उन लोगों को बर्ताव भी दूसरों के लेकर काफी अच्छा है तो ऐसे कर्मचारियों की इन आदतों को आपको समय-समय पर एप्रिशिएट करना चाहिए जानें क्या है इसके फायदे।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Professional Development Tips: अगर आपके ऑफिस में भी कोई ऐसा कर्मचारी है, जो चुपचाप अपना काम करता है, किसी गॉसिप में पार्टिसिपेट नहीं करता, दूसरे लोगों के काम में मदद करता है और अपने टास्क को दिए गए डेडलाइन पर पूरा कर देता है, तो इन चीज़ों को एप्रिशिएट करें। प्रशंसा एक सप्लीमेंट की तरह है, जो आपके काम करने की क्षमता की प्रभावित कर सकती है। मतलब जब आप दिल लगाकर कोई काम करते हैं और इसे कोई नोटिस करता है, तो इससे काम करने की क्षमता बढ़ती है और दूसरा कि इससे कर्मचारी जल्दी जॉब स्विच करने के बारे में नहीं सोचते, तो आपको भी अपने एम्प्लॉयज की इन आदतों को जरूर करना चाहिए एप्रिशिएट।
विनम्रता
वर्कप्लेस पर अपनी गलतियों को एक्सेप्ट करने वाले एम्प्लॉयज कम ही होते हैं और अगर ऐसा कोई एम्प्लॉई आपको अपने वर्कप्लेस पर मिले, तो उसकी ओर जरूर ध्यान दें। आपके ऐसा करने से उसके खुद में बदलाव करने और कुछ सीखने के लिए तैयार रहने की क्वॉलिटी इन्हैंस होगी। जब और एम्प्लॉयज को एहसास होगा कि उसकी इस क्वॉलिटी को एप्रिसिएट किया जा रहा है, तो वो भी खुद में इसे डेवलप करेंगे।
अनुकूलनशीलता
एम्प्लॉयज की ज्यादा से ज्यादा एडैप्ट करने की एबिलिटी और बदलावों को लेकर ऑर्गेनाइजेशन की डिमांड्स पर तुरंत पॉजिटिव रिस्पॉन्ड करने वाले एम्प्लॉयज को जरूर एप्रिशिएट करना चाहिए। वजह है कि ऐसे एम्प्लॉयज चैलेंजेस को एक्सेप्ट करने और बिना किसी परवाह के अपने टास्क को परफॉर्म करने पर विश्वास रखते हैं।
टीमवर्क
हम ऑलरेडी कॉम्पिटीटिव वर्ल्ड में जी रहे हैं, जहां हर कोई अपने सामने वाले को एक थ्रेट के तौर पर देखता है। ऐसे में वो एम्प्लॉयज, जो एक-दूसरे के साथ बहुत अच्छी तरह कम्युनिकेट करते हैं, उन्हें इसके लिए वर्कप्लेस पर पब्लिकली सराहें। आपके ऐसा करने से ज्यादातर एम्प्लॉयज एक टीम के तौर पर काम करने के लिए एनकरेज होंगे।
कॉन्फिडेंस
एक कॉन्फिडेंट एम्प्लॉई में कामयाब होने की पॉसिबिलिटीज ज्यादा होती है जबकि ऐसे एम्प्लॉयज, जिनमें कॉन्फिडेंस की कमी होती है, वे अपनी जॉब को लेकर अनसर्टेन ही रहते हैं और इससे उनकी परफॉर्मेंस भी सफर करती है। ऐसे में बतौर एम्प्लॉयर या ओनर, ये आपका काम है कि आपके वर्कप्लेस के एम्प्लॉयज हमेशा अच्छा फील करें।
Pic credit- freepik

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