उम्र में बड़े लोगों के जब टूटते हैं दांत तो दोबारा क्यों नहीं आते, यह है दिलचस्प वजह
बच्चों के दांत टूटते हैं तो दोबारा आ जाते हैं लेकिन जब उम्र में बड़े लोगों के दांत टूटते हैं तो दोबारा नहीं आते। इसके पीछे कोई बहुत बड़ा विज्ञान नहीं बस इतनी बात होती है कि जो कोशिकाएं हैं वह बचपन के समय ही ग्रोथ करती हैं। इसके बाद इनका विकसित होना रूक जाता है। इसलिए टूटने के बाद दांत नहीं आते।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कई बार आपने देखा होगा कि बड़े लोगों के दांत टूटने के बाद दोबारा नहीं आते हैं। ऐसा क्यों है, आपके मन में सवाल आता होगा। लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि ऐसा क्यों होता है।
लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि जो उम्र में बड़े लोग होते हैं उनके दांत टूटने के बाद दोबारा क्यों नहीं आते। व्यस्क लोगों में दांतों के टूटने के बाद दोबारा दांत नहीं आने का कारण यह है कि हमारे शरीर में दांतों के विकास और पुनर्जन्म की प्रक्रिया बचपन में ही पूरी हो जाती है।
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दांतों के विकास की प्रक्रिया
दांतों के विकास की प्रक्रिया गर्भावस्था के दौरान शुरू होती है और बचपन में पूरी होती है। इस प्रक्रिया में, दांतों के बीज गर्भावस्था के दौरान ही बन जाते हैं और बचपन में दांत निकलने लगते हैं। जब बचपन में दां टूटते हैं तो दांतों की ग्रोथ तब हो रही होती है। एक प्रकार से यह एक हड्डी होती है कि जो टूटने के बाद दोबारा आ जाती है।
व्यस्क लोगों के क्यों नहीं आते दांत
व्यस्क लोगों में, दांतों के पुनर्जन्म की प्रक्रिया नहीं होती है क्योंकि दांतों के बीज गर्भावस्था के दौरान ही बन जाते हैं और बचपन में दांत निकलने लगते हैं। इसके अलावा, व्यस्क लोगों में दांतों के पुनर्जन्म के लिए आवश्यक कोशिकाएं नहीं निकल पाती हैं। इस वजह से व्यस्क लोगों के दांत दोबारा नहीं आते हैं।
इसलिए कराना पड़ता है प्रत्यारोपण
हालांकि, व्यस्क लोगों में दांतों के पुनर्जन्म की कमी के कारण, दांतों के टूटने के बाद दोबारा दांत नहीं आने की समस्या का समाधान करने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे कि:
- दांतों के प्रत्यारोपण
- दांतों के सेतु
- दांतों के डेंचर
इन विकल्पों के माध्यम से, व्यस्क लोगों में दांतों के टूटने के बाद दोबारा दांत नहीं आने की समस्या का समाधान किया जा सकता है।
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