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    बहुत ज्यादा बोलने वाले हमेशा उठाते हैं नुकसान! कम बोलना क्यों है जरूरी? ये हैं 3 अहम वजह

    Updated: Sat, 08 Feb 2025 03:12 PM (IST)

    ज्यादा बोलना हमेशा नुकसानदेह होता है। बहुत ज्यादा बोलने वाले लोग अक्सर गलतियां करते हैं। कम बोलने से हम अपनी ऊर्जा और समय को सही तरीके से उपयोग कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों की ओर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। बहुत ज्यादा बोलने के बाद हमें आगे दिक्कत उठानी पड़ती है। कई बार अपने गलत शब्दों की वजह से शर्मिंदगी भी उठानी पड़ती है।

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    हमेशा बोलने से पहले कई बार सोचना भी चाहिए। ( Pic Courtesy : Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कम बोलना एक अच्छी आदत है जो हमें कई तरह के नुकसानों से बचा सकती है। लेकिन कई बार आपने अक्सर यह सुना होगा कि बहुत ज्यादा बोलना अच्छा नहीं होता, अक्सर ज्यादा बोलने वाले लोग नुकसान उठाते हैं।

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    इसलिए बहुत ज्यादा बोलना कई बार फायदेमंद नहीं होता। बहुत ज्यादा बोलना हमेशा कई बार मुकिश्ल खड़ी कर देता है। आज हम आपको ज्यादा बोलने के नुकसान बता रहे हैं। क्योंकि कई बार बहुत ज्यादा बोलना आपको परेशानी में डाल देता है। 

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    1. निंदा और आलोचना से बचाव: जब हम ज्यादा बोलते हैं, तो हम अक्सर अपने शब्दों को सोचे बिना बोल देते हैं। इससे हमारे शब्दों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है और हमें निंदा और आलोचना का सामना करना पड़ सकता है। कम बोलने से हम अपने शब्दों को सोच-समझकर बोलते हैं और निंदा और आलोचना से बचते हैं। कम बोलने वालों की आलोचना कम होती है। 

    2. समय और ऊर्जा की बचत: जब हम ज्यादा बोलते हैं, तो हमारी ऊर्जा और समय की बर्बादी होती है। हमारे शब्दों को सुनने वाले लोगों का ध्यान भी हमारी बातों पर केंद्रित नहीं रहता है। कम बोलने से हम अपनी ऊर्जा और समय को सही तरीके से उपयोग कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों की ओर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। बहुत ज्यादा बोलने के बाद हमें आगे दिक्कत उठानी पड़ती है। कई बार अपने गलत शब्दों की वजह से शर्मिंदगी भी उठानी पड़ती है। 

    3. संबंधों में सुधार: जब हम ज्यादा बोलते हैं, तो हम अक्सर अपने शब्दों से दूसरों को चोट पहुंचा सकते हैं या उनकी भावनाओं को आहत कर सकते हैं। कम बोलने से हम अपने शब्दों को सोच-समझकर बोलते हैं और दूसरों की भावनाओं का सम्मान करते हैं।

    इससे हमारे संबंधों में सुधार होता है और हमारे आसपास के लोग हमारी बातों को महत्व देते हैं। बहुत ज्यादा बोलने से हमारे रिश्तों में तनाव पैदा हो जाता है। वहीं दूसरों के साथ हमारे संबंध खराब हो जाते हैं। इन वजहों से कम बोलना एक अच्छी आदत है जो हमें कई तरह के नुकसानों से बचा सकती है।

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