युवाओं में बदल रहा है बैचलर पार्टी का ट्रेंड, अब हैंगओवर नहीं, हीलिंग और एडवेंचर का है दौर
बैचलर पार्टी का नाम सुनते ही दिमाग में सबसे पहली तस्वीर किसी क्लब में नाचते गाते लोगों की तस्वीर आती है। बैचलर पार्टी पहले बिना अल्कोहल के पूरी ही नहीं होती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है।जी हां अब लोग नशे और थकान से दूर रिलैक्शेशन और हीलिंग को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। शादी से पहले दोस्तों के साथ जश्न मनाने का कॉन्सेप्ट अब पूरी तरह बदल चुका है। पहले जहां बैचलर या बैचलरेट पार्टी का मतलब होता था- देर रात तक चलने वाले नाइट क्लब, ड्रिंक्स और हैंगओवर, वहीं अब युवाओं की सोच कहीं ज्यादा संतुलित और हेल्दी हो गई है।
आज की पीढ़ी पार्टी में सिर्फ मस्ती नहीं, बल्कि मेंटल डिटॉक्स और इमोशनल कनेक्शन भी तलाश रही है। आइए जानें कैसे युवाओं में बैचलर पार्टी को लेकर ट्रेंड बदल रहा है।
नेचर और वेलनेस की ओर झुकाव
अब बैचलर पार्टी का मतलब है- प्रकृति के करीब रहना, मन को शांत करना और दोस्तों के साथ रिलैक्स टाइम बिताना। ट्रेकिंग, योगा, सर्फिंग, स्कीइंग, फिशिंग या ग्लैम्पिंग जैसी एक्टिविटीज इस नई सोच का हिस्सा बन चुकी हैं। अब कई पार्टियां ऐसी होती हैं जिनमें फोकस पार्टी के बजाय नेचर और वेलनेस पर होता है और हर साल ज्यादा कपल्स और उनके दोस्त अब “कम नशा, ज्यादा सुकून” वाले ट्रेंड को अपना रहे हैं।
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थकान नहीं, रिलैक्सेशन चाहिए
आज के कपल्स मानते हैं कि शादी से पहले की पार्टी सिर्फ मस्ती के लिए नहीं, बल्कि खुद को मानसिक रूप से तैयार करने का एक मौका है। जोली गोलब बताती हैं कि कपल्स अब ऐसी जगहों का चुनाव करते हैं जहां वे शांति के साथ रिलैक्स कर सकें। कई लोग योगा रिट्रीट या हिल स्टेशन ट्रेकिंग को चुनते हैं ताकि पार्टी के बाद उन्हें हैंगओवर नहीं बल्कि फ्रेश माइंडसेट मिले।
एडवेंचर का नया स्वाद
अब लोग बैचलर्स पार्टी के लिए एडवेंचर एक्टिविटीज जैसे सर्फिंग कैंप आदि भी जा रहे हैं। यहां वे अलग-अलग कोच से ट्रेनिंग मिली, और वे अपनी प्रगति को वीडियो में देखते हुए सीखते रह सकते हैं। उनके लिए यह पार्टी सिर्फ जश्न नहीं, बल्कि खुद को चुनौती देने और आत्मविश्वास बढ़ाने का जरिया बन गया है।
प्रकृति से जुड़ाव, परिवार के साथ समय
पहले जहां बैचलर पार्टी सिर्फ दोस्तों तक सीमित थी, वहीं अब कपल्स अपने परिवार या करीबी रिश्तेदारों को भी इसमें शामिल करते हैं। यह सिर्फ “लास्ट नाइट ऑफ सिंगलहुड” नहीं रह गया, बल्कि शादी से पहले रिश्तों को और गहरा करने का अवसर बन चुका है।
सोशल मीडिया पर नया इम्पैक्ट
इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म्स ने इस बदलाव को और तेजी दी है। लोग अब ऐसी पार्टियां दिखाना पसंद करते हैं जिनमें खूबसूरत नजारे, ग्लैम्पिंग सेटअप और नेचर के बीच बिताए पल हों। ये ट्रेंड सिर्फ लाइक्स बटोरने का नहीं, बल्कि कॉनशियस लिविंग की ओर एक कदम है।
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