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    सिर्फ काम नहीं, नींद और एंटरटेनमेंट का भी पूरा ख्याल रखता है Work-Life Balance का 8-8-8 फॉर्मूला

    Updated: Sun, 16 Mar 2025 05:55 PM (IST)

    आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हर कोई सफलता की दौड़ में भाग रहा है लेकिन क्या हम सच में खुश हैं? अक्सर काम का दबाव इतना बढ़ जाता है कि पर्सनल लाइफ नींद और एंटरटेनमेंट पीछे छूट जाता है। यही कारण है कि वर्क-लाइफ बैलेंस (Work-Life Balance) का 8-8-8 फॉर्मूला अब जरूरी हो गया है। आइए जानें इसके बारे में।

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    क्या है Work-Life Balance का 8-8-8 फॉर्मूला?(Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Work-Life Balance: क्या आपकी जिंदगी सिर्फ काम और जिम्मेदारियों में उलझकर रह गई है? क्या सुबह से रात तक भागते-दौड़ते दिन खत्म होते ही आपको ऐसा लगता है कि अपनी ही जिंदगी से दूर होते जा रहे हैं? अगर हां, तो वक्त आ गया है खुद को एक बेहतर बैलेंस देने का।

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    आज के दौर में कामयाबी के पीछे भागते-भागते हम अपनी सेहत, रिश्ते और सुकून को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन वर्क-लाइफ बैलेंस सिर्फ एक फैंसी शब्द नहीं, बल्कि एक जरूरत बन चुका है। इसी के लिए लाया गया है 8-8-8 फॉर्मूला (Work-Life Balance 8-8-8 Formula) जो आपको एक बैलेंस, खुशहाल और हेल्दी लाइफ देने का सीक्रेट है।

    क्या है वर्क-लाइफ बैलेंस का 8-8-8 फॉर्मूला?

    8-8-8 फॉर्मूले का मतलब है-

    • 8 घंटे काम (Productivity और करियर ग्रोथ के लिए)
    • 8 घंटे आराम (शरीर और दिमाग को रिचार्ज करने के लिए)
    • 8 घंटे पर्सनल टाइम (मनोरंजन, परिवार, शौक और सोशल लाइफ के लिए)

    यह बैलेंस हमें स्वस्थ, खुश और ज्यादा प्रोडक्टिव बनने में मदद करता है।

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    क्यों जरूरी है यह बैलेंस?

    • शारीरिक और मेंटल हेल्थ: लगातार काम करने से स्ट्रेस और थकान बढ़ती है। पर्याप्त नींद और मनोरंजन से मेंटल हेल्थ बेहतर रहती है।
    • परिवार और रिश्ते मजबूत होते हैं: पर्सनल टाइम देने से अपनों से कनेक्शन मजबूत रहता है।
    • काम की गुणवत्ता बढ़ती है: जब दिमाग फ्रेश रहता है, तो काम में फोकस और क्रिएटिविटी बढ़ती है।
    • बर्नआउट से बचाव: बिना ब्रेक के लगातार काम करने से बर्नआउट हो सकता है, जिससे हेल्थ और करियर दोनों पर असर पड़ता है।

    कैसे अपनाएं 8-8-8 फॉर्मूला?

    • टाइम मैनेज करें: दिनचर्या को इस तरह सेट करें कि सभी तीनों हिस्सों के लिए बराबर समय मिले।
    • वर्क हॉलीज्म से बचें: ज्यादा काम करने को सफलता की निशानी न मानें।
    • सोशल मीडिया डिटॉक्स करें: गैरजरूरी स्क्रीन टाइम कम करें और असली दुनिया में समय बिताएं।
    • रात में 7-8 घंटे की नींद लें: अच्छी नींद से शरीर और दिमाग दोनों हेल्थ रहते हैं।
    • मनोरंजन और शौक अपनाएं: किताबें पढ़ें, घूमने जाएं, म्यूजिक सुनें या कोई नया हुनर सीखें।

    सिर्फ पैसा कमाना ही सफलता नहीं, बल्कि एक बैलेंस और खुशहाल जीवन भी उतना ही जरूरी है। अगर आप 8-8-8 फॉर्मूला अपनाते हैं, तो न सिर्फ आपका करियर बल्कि आपकी सेहत और पर्सनल लाइफ भी बेहतर होगी।

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