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    Surya Grahan 2025: इस वीकेंड लगने वाला है खास सूर्य ग्रहण, नोट कर लें इसका समय और क्यों है ये खास

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 11:32 AM (IST)

    हाल ही में आपने खास चंद्र ग्रहण का नजारा देखा था। अब बारी सूर्य ग्रहण की है। दरअसल सितंबर में एक बेहद खास आंशिक सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इस दिन सूर्य अर्धचंद्राकार में दिखाई देने वाला है। आइए जानें सूर्य ग्रहण का समय (Surya Grahan Timing) क्या है तारीख और किन जगहों से देखा जा सकेगा।

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    क्या है सूर्य ग्रहण लगने का समय? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आसमान के रहस्यमयी नजारों में सबसे रोमांचक घटनाओं में से एक है सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2025)। इस बार, एक अद्भुत आंशिक सूर्य ग्रहण होने जा रहा है, जो एक खास वजह से बेहद खास माना जा रहा है। यह घटना एक दिन पहले होगी जब सितंबर इक्विनॉक्स (September Equinox) होता है, यानी जब दिन और रात बराबर होते हैं।

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    यही वजह है कि यह सूर्य ग्रहण बेहद खास माना जा रहा है। हालांकि, इस सूर्य ग्रहण पर पूरा अंधकार नहीं होगा, लेकिन क्रीसेंट शेप का सूरज देखने को मिलेगा, जो अपने आप में खास है। आइए जानें इस सूर्य ग्रहण की तारीख क्या है, समय (Surya Grahan Sutak Timing) और किन जगहों से इसे देखा जा सकता है।

    कब होगा सूर्य ग्रहण?

    यह सूर्य ग्रहण रविवार, 21 सितंबर 2025 को होगा। भारतीय समय के अनुसार, यह ग्रहण रात लगभग 10:59 बजे से लेकर 3:23 बजे (22 सितंबर) तक चलेगा। यानी यह घटना देर रात से लेकर अगले दिन सुबह तक जारी रहेगी। हालांकि, भारत में इसे सीधे नहीं देखा जा सकेगा, लेकिन जो लोग एस्ट्रोनॉमी में रुचि रखते हैं, वे इसे ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए देख पाएंगे।

    कहां से देखा जा सकेगा यह ग्रहण?

    • यह ग्रहण केवल सदर्न हेमिस्फेयर (Southern Hemisphere) से ही दिखाई देगा।
    • न्यूजीलैंड के साउथ आइलैंड से यह ग्रहण सबसे साफ दिखेगा, जहां सूर्य का 86% हिस्सा चांद से ढक जाएगा।
    • स्टुअर्ट आइलैंड और क्राइस्टचर्च से भी लोग सूर्य ग्रहण का शानदार नजारा देख सकेंगे।
    • अंटार्कटिका के रॉस सी कोस्ट और यंग आइलैंड जैसे द्वीपों से भी ग्रहण दिखाई देगा।
    • डुनेडिन, न्यूजीलैंड में तो सूर्य 22 सितंबर की सुबह 6:27 बजे आंशिक रूप से ढका हुआ उगेगा।
    • यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लोग इस खास सूर्य ग्रहण को नहीं देख पाएंगे।

    क्यों है यह ग्रहण खास?

    यह ग्रहण सूर्योदय के समय होगा, जब क्षितिज पर एक सूरज क्रीसेंट शेप में दिखाई देगा। इस अनोखे नजारे को बेहद दुर्लभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा बहुत कम होता है कि ग्रहण और सूर्योदय एक साथ हों। इसके अलावा, यह घटना इक्विनॉक्स से ठीक पहले हो रही है, जिससे इसकी खासियत और बढ़ जाती है।

    21 सितंबर का यह आंशिक सूर्य ग्रहण केवल सदर्न हेमिस्फेयर में दिखाई देगा। खासतौर पर न्यूजीलैंड और अंटार्कटिका से लोग इस शानदार नजारे का आनंद ले पाएंगे। हालांकि, भारत में यह साफ रूप से नहीं दिखेगा, लेकिन ऑनलाइन माध्यम से हर कोई इसे देख सकता है।

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