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    मिट्टी का घड़ा घर लाते समय लोग अक्सर करते हैं 3 गलतियां, तभी तो नहीं मिलता है फ्रिज जैसा ठंडा पानी

    क्या आपने कभी सोचा है कि एक जैसे मटके होते हुए भी कुछ लोगों के यहां का पानी फ्रिज जैसा चिल्ड होता है जबकि दूसरों के यहां हल्का ठंडा भी नहीं? अगर हां तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। यहां हम आपको बताएंगे कि मिट्टी का घड़ा खरीदते समय लोग कौन-सी 3 गलतियां (Clay pot mistakes) कर देते हैं जिसके चलते फ्रिज जैसा ठंडा पानी नहीं मिल पाता है।

    By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Mon, 14 Apr 2025 02:42 PM (IST)
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    क्या आपके मटके का पानी भी नहीं होता फ्रिज जैसा ठंडा? (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मी के मौसम में अगर कुछ सचमुच राहत देता है, तो वो है ठंडा-ठंडा पानी, लेकिन हर कोई फ्रिज का पानी नहीं पीना चाहता। जी हां, कुछ लोग सेहत की खातिर मिट्टी के घड़े का सहारा लेते हैं। घड़े का पानी सिर्फ ठंडा ही नहीं होता, बल्कि प्राकृतिक, हेल्दी और शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है।

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    हालांकि, क्या आपने कभी गौर किया है कि कुछ लोगों के घर का घड़े का पानी इतना ठंडा होता है कि वो फ्रिज को टक्कर दे दे, जबकि कुछ के यहां का पानी बस हल्का-सा ठंडा ही लगता है? दरअसल, गलती घड़े में नहीं, बल्कि उसे इस्तेमाल करने के तरीके में होती है (How to make clay pot cooler)। लोग अक्सर घड़ा खरीदते वक्त और इस्तेमाल करते वक्त कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो उसके पानी को ठंडा होने ही नहीं देतीं। आइए जानते हैं वो 3 आम गलतियां (Clay pot mistakes)।

    1) सही क्वालिटी पर ध्यान न देना

    बहुत से लोग घड़ा खरीदते वक्त सिर्फ उसका आकार या डिजाइन देखकर खुश हो जाते हैं, लेकिन ठंडक का राज है उसकी मिट्टी की क्वालिटी और बनावट।

    • हमेशा अच्छी तरह से पकी हुई, मोटी दीवारों वाला और हल्की सी खुरदुरी सतह वाला घड़ा लें।
    • ज्यादा चिकना या रंगीन (पॉलिश किया हुआ) घड़ा पानी को उतना ठंडा नहीं कर पाता।
    • स्थानीय कुम्हारों के यहां बना देसी घड़ा ज्यादातर बेहतर होता है बजाय बाजार में मिलने वाले सजावटी घड़ों के।

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    2) इस्तेमाल से पहले जरूरी है तैयारी

    नया घड़ा लाकर लोग अक्सर उसे धोकर तुरंत पानी भर देते हैं, जो कि एक बहुत बड़ी गलती है।

    क्या करना चाहिए?

    सबसे पहले घड़े को कम से कम 12 घंटे तक पानी में पूरी तरह डुबोकर रखें। इससे उसकी मिट्टी नमी सोखती है और उसकी दीवारें एक्टिव होती हैं।

    • फिर घड़े को धूप में अच्छे से सुखाएं।
    • इसके बाद ही उसमें पानी भरें।
    • इस प्रक्रिया से घड़ा ठंडक बनाए रखने के लिए तैयार हो जाता है।

    3) घड़े को गलत जगह पर रखना

    घड़े को अगर सीधा धूप में या गर्म जगह पर रख दिया जाए, तो वह उल्टा असर करता है – यानी पानी गर्म ही रहता है।

    क्या है सही तरीका?

    • घड़े को हमेशा छांव में, ठंडी हवा वाले कोने में रखें।
    • अगर संभव हो तो उसे गीले कपड़े से ढक दें, इससे पानी और भी ठंडा होता है।
    • घड़े के नीचे लकड़ी की पट्टी या स्टैंड रखें, ताकि नीचे से हवा लगती रहे।

    इन बातों का भी रखें ध्यान

    • घड़े को हफ्ते में एक बार नीम की पत्तियों वाले पानी से धोएं, इससे बदबू नहीं आती और पानी शुद्ध रहता है।
    • घड़े में एक चुटकी सेंधा नमक डालना भी पानी को ताजगी देने में मदद करता है।
    • घड़ा 2–3 महीने में बदलना बेहतर होता है, ताकि उसमें बैक्टीरिया जमा न हो।

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