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    कहीं आपका तौलिया भी तो नहीं है बैक्टीरिया का घर, पढ़िए कितने दिनों में इसे धोना होता है जरूरी

    नहाने के बाद या जिम के दौरान कई लोग तौलिया (Bath Towel) इस्तेमाल करते हैं। जाहिर तौर पर यह हमारे लिए बहुत जरूरी चीज है लेकिन क्या आपको मालूम है कि अगर तौलिए को नियमित रूप से नहीं धोया जाए तो यह बैक्टीरिया का घर बन सकता है? जी हां आज आप जानेंगे कि इसे कितनी बार धोना जरूरी है और ऐसा न करने पर क्या नुकसान हो सकते हैं।

    By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Sat, 07 Dec 2024 07:10 PM (IST)
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    कितने दिनों में धोना चाहिए तौलिया, जानिए इसे रेगुलर वॉश करना क्यों है जरूरी (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। तौलिया (Towels) हमारी डेली लाइफ में इस्तेमाल होने वाली एक जरूरी चीज है। नहाने, हाथ धोने या एक्सरसाइज के दौरान पसीना पोंछने के लिए कई लोग इसका इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार इस्तेमाल किए जाने वाले तौलिए हमारी त्वचा के लिए कितने हानिकारक हो सकते हैं? जी हां, दरअसल ज्यादातर लोग नहाने के बाद अपने शरीर को सुखाने के लिए तौलिये का इस्तेमाल करते हैं और फिर इसे बाथरूम या फिर किसी दरवाजे पर लटका देते हैं। ये लोग अगले दिन फिर उसी तौलिए से शरीर को पोंछते हैं।

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    ऐसे में, बता दें कि ऐसा करने से हमारा शरीर सैकड़ों बैक्टीरिया के संपर्क में आ जाता है और यही वजह है कि बार-बार इस्तेमाल किए जाने वाले तौलिए हमारी त्वचा से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि तौलिए को कितने दिनों में धोना चाहिए (How Often to Wash Towels) और गंदा तौलिया हमारी सेहत को कैसे नुकसान पहुंचाता है (Health Risks of Dirty Towels)।

    तौलिए को कितनी बार धोना चाहिए?

    यह सवाल पर्सनल हाइजीन की आदतों और तौलिए के इस्तेमाल पर निर्भर करता है। आमतौर पर, तौलिए को हर 2-3 दिन में जरूर धो लेना चाहिए। अगर आपको बहुत ज्यादा पसीना आता है या आपको कोई त्वचा से जुड़ी समस्या है, तो आपको तौलिए को भी रोजाना धोना चाहिए और चेहरे के लिए खासतौर से एक अलग तौलिया खरीदना चाहिए।

    रेगुलर वॉश न करने पर हो सकती हैं ये समस्याएं

    बैक्टीरियल इन्फेक्शन

    नम और गर्म वातावरण बैक्टीरिया के लिए एकदम सही जगह होती है। जब आप बार-बार एक ही तौलिए से अपनी त्वचा को पोंछते हैं, तो ये बैक्टीरिया आपकी त्वचा पर ट्रांसफर हो जाते हैं और इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। इससे आपको मुंहासे, जलन और स्किन पर रेडनेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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    फंगल इन्फेक्शन

    फंगस भी नम और गर्म वातावरण में ज्यादा पनपती हैं। बिना धुले तौलिये पर फंगस आसानी से पनप सकती है और आपकी त्वचा में फंगल इन्फेक्शन का कारण बन सकती है। इससे आपको खुजली, रेडनेस और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। एथलीट फुट एक आम फंगल इन्फेक्शन है जो अक्सर गंदे तौलिए के इस्तेमाल से होता है।

    त्वचा पर जलन

    बिना धुले तौलिए पर पसीना, तेल और गंदगी जमा हो जाती है। जब आप इससे अपनी त्वचा को पोंछते हैं, तो ये पदार्थ आपकी स्किन के पोर्स को बंद कर देते हैं। इससे आपकी त्वचा में जलन, रेडनेस और सूजन हो सकती है। फॉलिकुलाइटिस एक ऐसी ही स्थिति है जिसमें बालों के रोमों में सूजन हो जाती है। इसके अलावा, बार-बार बिना धुले तौलिए का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा का नेचुरल मॉइस्चर छिन जाता है जिससे आपकी त्वचा रूखी और खुरदरी हो जाती है।

    तौलिए को धोते समय इन बातों का रखें ध्यान

    • तौलिए को धोने के लिए आप गर्म पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि यह बैक्टीरिया को मारने में ज्यादा प्रभावी होता है।
    • तौलिए को वॉश करने के लिए आपको एक अच्छा डिटर्जेंट यूज करना चाहिए जो हर तरह के दाग और बैक्टीरिया को हटाने में मदद करेगा।
    • धोने के बाद तौलिए को धूप में सुखाना भी सबसे ज्यादा जरूरी है। धूप में इसे सूखाने से कई बैक्टीरिया मर जाते हैं और तौलिए की ताजगी बनी रहती है।
    • शरीर के अलग-अलग हिस्सों के लिए अलग-अलग तौलिए का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे इन्फेक्शन फैलने का खतरा कम हो जाता है। अगर आप इतना नहीं कर सकते हैं तो भी चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों के लिए तो अलग तौलिया होना ही चाहिए।

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