बहरेपन की ओर ले जाता है ईयरफोन का गलत इस्तेमाल, बचाव के लिए अपनाएं 60-60 का नियम
आजकल Earphone हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गए हैं। गाने सुनना हो किसी से बात करनी हो या फिर ऑनलाइन क्लास अटेंड करनी हो ईयरफोन हर जगह हमारे साथ होते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ईयरफोन का गलत इस्तेमाल आपको बहरेपन की ओर भी ले जा सकता है और इससे बचाव के लिए एक खास नियम (60-60 Rule for Earphones) अपनाना फायदेमंद हो सकता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। 60-60 Rule for Earphones: आज के डिजिटल दौर में ईयरफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। चाहे मेट्रो में सफर हो, जिम में वर्कआउट या फिर देर रात अकेले संगीत का आनंद- ईयरफोन हर जगह साथ रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ईयरफोन का गलत इस्तेमाल आपकी सुनने की क्षमता को धीरे-धीरे खत्म कर सकता है? जी हां, लगातार तेज आवाज में और लंबे समय तक ईयरफोन इस्तेमाल करने से आप हमेशा के लिए बहरेपन का शिकार हो सकते हैं।
क्यों होता है नुकसान?
हमारे कान के अंदर बहुत ही नाजुक 'हेयर सेल्स' होते हैं जो ध्वनि की तरंगों को मस्तिष्क तक पहुंचाने का काम करते हैं। जब हम ज्यादा तेज आवाज में लंबे समय तक संगीत सुनते हैं, तो ये हेयर सेल्स डैमेज हो जाते हैं। एक बार ये सेल्स नष्ट हो जाएं, तो ये दोबारा नहीं बनते, और यही स्थायी सुनने की समस्या का कारण बनता है।
ईयरफोन से जुड़ी आम गलतियां
तेज वॉल्यूम में संगीत सुनना
ज्यादातर लोग संगीत सुनते समय वॉल्यूम को इतना बढ़ा लेते हैं कि आसपास की आवाज़ें सुनाई ही नहीं देतीं। यह आदत बेहद खतरनाक है।
कई घंटे लगातार इस्तेमाल
कुछ लोग 3-4 घंटे या उससे ज्यादा समय तक ईयरफोन लगाए रहते हैं, जो कानों पर जरूरत से ज्यादा दबाव डालता है।
यह भी पढ़ें- एक साथ कई काम करना बन जाता है दिमाग के लिए बोझ, Multitasking की आदत को ऐसे करें कंट्रोल
इन-ईयर टाइप ईयरफोन का ज्यादा यूज
ये ईयरफोन सीधे कान के अंदर जाते हैं और ध्वनि को सीधा कान की नसों तक पहुंचाते हैं, जिससे खतरा और बढ़ जाता है।
सोते समय ईयरफोन लगाकर म्यूजिक सुनना
नींद में लगातार ध्वनि का कानों पर प्रभाव और भी ज्यादा होता है क्योंकि मस्तिष्क पूरी तरह एक्टिव नहीं होता।
बचाव के लिए अपनाएं 60-60 का नियम
- 60 प्रतिशत से ज्यादा वॉल्यूम पर कभी न सुनें।
- यानी मोबाइल या किसी अन्य डिवाइस की अधिकतम आवाज का सिर्फ 60% तक ही इस्तेमाल करें।
- लगातार 60 मिनट से ज्यादा ईयरफोन का इस्तेमाल न करें।
- हर घंटे के बाद 5-10 मिनट का ब्रेक लें ताकि कानों को आराम मिले।
बहरेपन के शुरुआती संकेत
- बातचीत के दौरान लोगों की बात साफ न सुन पाना
- फोन पर सुनाई न देना या बार-बार पूछना "क्या कहा?"
- टीवी या मोबाइल की आवाज को अक्सर बढ़ा देना
- कानों में अक्सर घंटी बजने जैसा एहसास होना
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हों, तो तुरंत ईएनटी विशेषज्ञ से संपर्क करें।
सुनने की शक्ति बचाए रखने के आसान उपाय
- नॉइज कैंसिलिंग हेडफोन्स का इस्तेमाल करें ताकि वॉल्यूम बढ़ाने की जरूरत न पड़े।
- सार्वजनिक स्थानों पर कम आवाज में सुनें।
- कानों की रेगुलर टेस्ट कराएं, खासकर अगर आप रोजाना 1-2 घंटे ईयरफोन इस्तेमाल करते हैं।
- बच्चों को कम उम्र से ही ईयरफोन इस्तेमाल करने की आदत न डालें।
यह भी पढ़ें- Workplace पर रखना है गुस्से पर काबू, तो गांठ बांध लें ये 5 बातें; हंसी-खुशी बीतेगा पूरा दिन
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।